इंडियन नेवी के लिए F18 सुपर होर्नेट का अमेरिका ने दिया नया ऑफर!!
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Reference -
https://www.timesnownews.com/india/article/buy-f-18-super-hornets-us-new-offer-to-india/520136
https://www.thehindubusinessline.com/news/india-step-closer-to-inviting-bids-for-purchase-of-114-fighter-jets/article28273641.ece
https://economictimes.indiatimes.com/news/defence/navy-to-ask-centre-for-18-of-defence-budget/articleshow/71173833.cms
https://economictimes.indiatimes.com/news/defence/boeing-holds-talks-with-hal-and-mds-on-f/a-18-super-hornet-make-in-india-plan/articleshow/68100823.cms
https://www.lowyinstitute.org/the-interpreter/india-wobbly-quest-fighter-aircraft
https://economictimes.indiatimes.com/magazines/panache/should-iaf-invest-15-bn-in-buying-the-f/a-18-super-hornet/articleshow/70355847.cms
आपको सायद याद हो, वर्ष 2017 में इंडियन नेवी ने 57 मल्टी रोल फाइटर जेट्स को खरीदने के लिए कदम आगे बढ़ाये थे. इन लड़ाकू विमानों को फ्लाई अवे कंडीशन में ख़रीदा जाना था, और इनको भारत में ही बनाये जाने वाले युद्ध पोत पर तैनात किया जाना था.
आपको पता है, इंडियन एयर फाॅर्स भी अपने लिए अलग से 114 लड़ाकू विमानों को खरीदने की कोसिस कर रही है.
इसलिए कमें सेंस कहता है, की क्यों न इंडियन नेवी और इंडियन Air फाॅर्स की जॉइंट requirement के लिए एक लड़ाकू विमान को सेलेक्ट किया जा रहा है, जिसका एक वर्शन इंडियन नेवी के लिए और और दूसरा इंडियन एयर फाॅर्स के लिए हो .
example के तौर पर रफाल और सुपर होर्नेट दोनों ही इंडियन एयर फाॅर्स और इंडियन नेवी की डील को जीतने की कोसिस कर रहे हैं. और इन दोनों के बेहतरीन नेवल वर्शन भी उपलब्ध है.
लेकिन आज की सच्चाई यह है, की इंडियन नेवी और इंडियन एयर फाॅर्स अपनी अपनी जरूरत के लिए अलग अलग खरीदारी कर रहे हैं.
जबकि इंडियन एयर फाॅर्स की इस प्रोसेस ने रफ़्तार पकड़ लिया, इंडियन नेवी अभी भी अपने लिए लड़ाकू विमान खरीदने के लिए तेजी से बढ़ती हुई दिखाई नहीं पड़ती है.
इसका एक प्रमुख कारण यह भी हो सकता है, की भारत के रक्षा बजट में से नेवी को चाहिए 18 फीसदी हिस्सा, लेकिन उसे मिल पता है, महज 13 परसेंट पैसा.
लेकिन आपने देखा होगा, हाल ही में LCA के नौसैनिक रूप की सफलतापूर्वक टेस्टिंग की गयी, जिसमे उसने युद्ध पोत पर लैंड होने की अपनी छमता को साबित कर दिया.
इसलिए LCA के नेवी के लिए उन्नत रूप Advanced Medium Combat एयरक्राफ्ट को कब तक इंडियन नेवी के लिए तैयार किया जाता है, उस टाइम लाइन के अकॉर्डिंग इंडियन नेवी तय करेगी, की उसे 57 लड़ाकू विमान अपने लिए खरीदने हैं या नहीं.
इसलिए यह सम्बावना प्रवल है, की इंडियन नेवी को निकट भविस्य में 57 लड़ाकू विमान खरीदने होंगे.
इसलिए अमेरिकन कंपनी बोईंग काफी समय से कोसिस कर रही है, की इंडियन नेवी उसके F18 सुपर होर्नेट को खरीद ले.
हाल ही में अमेरिका के US पसिफ़िक कमांड के वरिष्ठ अधिकारी भारत आये थे, और वह चीन की बढ़ती नौ सैनिक तागत से चिंतित थे.
इसलिए उनका सुझाव था, चीन की बढ़ती हुई तागत से निपटने के लिए भारत और अमेरिका ने एक जैसे प्लेटफार्म का इस्तेमाल करना चाहिए.
example के तौर पर यदि अमेरिका के युद्ध पोत पर F18 सुपर होर्नेट तैनात है, तो अच्छा होगा, की भारत के युद्ध पोत पर भी F18 तैनात हो, जिससे दोनों देशो की नौसेनाएं अच्छे से मिलकर काम कर पायेगी.
जैसा की आपको पता है, चीन का पहला घर में बना युद्ध पोत ऑपरेशन में आ चूका है, इसलिए चीन के इरादों के बारे में सभी को डरलगता है.
हालाँकि इंडिया और अमेरिका के पास एक जैसा लड़ाकू विमान होने का आईडिया सुनने में अच्छा जान पड़ता है, लेकिन क्या अमेरिका को दिक्कत होगी, यदि उसके नाटो सहयोगी फ्रांस का रफाल M भारतीय नौ सेना अपने युद्ध पोत पर तैनात रखे.
बात यह है, की हमें अमेरिका का ऑफर समझ आ रहा है, वह भारत को F18 सुपर होर्नेट बेचना चाहता है.
लेकिन इसका निर्णय क्या इस आधार पर किया जा सकता है, की भारत और अमेरिका के पास एक जैसा लड़ाकू विमान होना चाहिए.
साफ़ तौर पर अमेरिका के नौसैनिक अधिकारी की बात हमारे गले तो नहीं उतर रही है.
चीन की बढ़ती शक्ति भारत और अमेरिका दोनों को खतरा जान पड़ती हैं, लेकिन इसके लिए जरूरी नहीं, की भारत डरकर अपने लिए रक्षा उपकरण खरीदें.
विस्वास के साथ उम्मीद है, नौ सेना अपनी जरूरत के आधार पर अवेलेबल options में से सबसे बेहतर बिकल्प का चुनाव करेगी.
कहने की जरूरत नहीं है, चूँकि हमारा नौ सैनिक रक्षा बजट भी कम है, लड़ाकू विमान किस कीमत पर आता है, उसका महत्व भी कम नहीं है.
अब जैसा की जल्द ही चीफ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ का नया पद बनने वाला है, हमें उम्मीद है, की इंडियन एयर फाॅर्स और इंडियन नेवी की जरूरत को मिलाकर बेहतर ढंग से काम कीमत पर पूरा करने की कोसिस की जाएगी.
और इस वीडियो को देखने के लिए आपका बहुत धन्यवाद.
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