France to help India in getting Pakistan blacklisted? (Reliable Friendship)
यदि आप हमें प्रोत्साहित और सपोर्ट करना चाहें, तो आप PayTM, Google Pay, Phone Pe नंबर - +917649046884 पर हमें डोनेट (any amount) कर सकते हैं. Thank You!! If you want to support & encourage our creative work, please donate (any amount) on PayTM, Google Pay, Phone Pe number- +917649046884. Thank You!! यदि आप हमें प्रोत्साहित और सपोर्ट करना चाहें, तो आप PayTM, Google Pay, Phone Pe नंबर - +917649046884 पर हमें डोनेट (any amount) कर सकते हैं. Thank You!! If you want to support & encourage our creative work, please donate (any amount) on PayTM, Google Pay, Phone Pe number- +917649046884. Thank You!! Please join our membership & enjoy special perks. https://www.youtube.com/channel/UCo-l5eRAYHWjQtuhWsb3jEg/join You can support us by being our Patron. In addition, you can suggest interesting topics to us.On selected topics we will make special videos. Please click on below link to become our Patron. कृपया हमारे संरक्षक (Patron) बनकर हमें सपोर्ट कीजिये. साथ ही आप हमें टॉपिक्स सजेस्ट कर सकते हैं. चुनिंदा टॉपिक्स पर हम स्पेशल वीडियो बनायेगे. Patron बनने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें। https://www.patreon.com/Realquickinfo Please click on below link to join us on Facebook इस लिंक पर क्लिक करके, आप हमसे फेसबुक पर जुड़ सकते हैं. https://www.facebook.com/realquickinfo/ Please click on below link to join us on Twitter इस लिंक पर क्लिक करके, आप हमसे ट्विटर पर जुड़ सकते हैं. https://twitter.com/RealQuickInfo Note - The video was created in the Software and includes a link to https://www.movavi.com/ Congratulations, you are today's lucky winner.😊👊👊😊 Please watch today's video. real quick info latest,real quick info,real quick analysis,rqi latest,trending now in india,trending news in india,study iq latest video,study iq latest current affairs,real quick info hindi, Reference
https://www.livemint.com/news/world/france-says-no-concessions-in-fatf-checks-for-pakistan-11579889081438.html
https://www.hindustantimes.com/india-news/france-to-evaluate-pak-on-terror-funding-objectively/story-vZk5voiXqtlqUlAnGIV5XO.html
https://economictimes.indiatimes.com/news/defence/fatf-meeting-china-says-pakistan-made-visible-progress-to-curb-terror-financing/articleshow/73552783.cms
https://www.thehindu.com/news/national/pakistan-makes-progress-on-fatf-goals-may-get-a-reprieve-from-blacklist/article30638333.ece
जैसा की आपको पता चल गया होगा, की हमारे यहाँ इस खबर को भारत को बहुत बड़े झटके के रूप में बेचा जा रहा है, की अगले महीने इस बात की सम्भावना बहुत कम है, की पाकिस्तान का प्रमोशन FATF की ग्रे लिस्ट से बैकलिस्ट में हो जायेगा।
कहा तो ये तक जा रहा है, की पाकिस्तान ग्रे लिस्ट से साफ़ और स्वच्छ वाइट लिस्ट में भी जा सकता है।
इसी बीच चालाक चीन का कहना है, की FATF का क्राइटेरिया मीट करने के लिए पाकिस्तान ने बड़ी मेहनत करि है, और विस्वा समुदाय ने पाकिस्तान के प्रयासों की प्रशंशा और प्रोत्साहन देना चाहिए।
चीन से ऐसी बातों को सुनते समय हमें सिर्फ अफशोस ही होता है, की मोदी सर्कार ने किस गलतफहमी को पालकर चीन की कंपनियों को 5G ट्रायल में भाग लेने की अनुमति दी थी।
भारत सर्कार के उसी निर्णय के तुरंत बाद, ना केवल चीन ने कश्मीर का मुद्दा सिक्योरिटी कॉउन्सिल में उठाया, बल्कि अब उसने एक दम साफ़ कर दिया है, की पाकिस्तान के प्रति उसकी नीति में एक इंच तक का कोई बदलाव नहीं आया है।
आप सभी को अच्छे से पता है, चीन जैसा कपटी देश, दोनों हाथों से सिर्फ लेना जानता है, दूसरों को कुछ देने का बड़ा दिल चीन के छोटी छोटी आँखों वाले राजा के पास है ही नहीं।
पिछले 72 सालों का इतिहास उठा कर देख लीजिये, आपको फिर ध्यान में आ जायेगा, की चीन भारत को दोस्त नहीं, केवल पाकिस्तान जैसा एक पिछलग्गू बनाना चाहता है।
लेकिन हमें चीन से वैसे भी कोई आशा नहीं थी. आप सभी की तरह हमें उम्मीद थी, मोदी सर्कार से, की वह हुआवे के मुँह पर दरवाजा जड़ देगी। लेकिन हुआ बिलकुल उल्टा।
दुर्भाग्य की बात यह है, की पाकिस्तान FATF की किस लिस्ट में है, और किस लिस्ट में जायेगा, इस बारे में भारत को कितना बड़ा झटका लगा, यह बताने का टाइम तो हमारे यहाँ सबको मिल रहा है। लेकिन इस पुरे नाटक के सूत्रधार चीन पर सवाल खड़ा करने से सबके कलेजे कांपते हैं।
कोई यह भी कह रहा है, की अफ़ग़ानिस्तान और ईरान में अमेरिका को पाकिस्तान से मदद चाहिए, इसलिए वह पाकिस्तान के प्रति नरम हो रहा है। यह बात सच हो भी सकती है।
लेकिन आप सभी को पता है, जून 2018 से पाकिस्तान FATF की ग्रेलिस्ट में बैठा हुआ है, वह कौन से देश थे, जिन्होंने पिछले 2 सालों में पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट में डूबने से बचाया।
अमेरिकन ईगल की गर्दन फंसी हुई है, अफ़ग़ानिस्तान में। इसलिए अमेरिका पाकिस्तान पर मेहरवान हो सकता है।
वैसे भी अमेरिका को अफ़ग़ानिस्तान से निकलने की इतनी तेजाइ है, की उसे यह पूछने का समय नहीं मिल पा रहा है, की पाकिस्तान को IMF का 22 व बेलआउट मिल गया, लेकिन अभी तक अमेरिका अफ़ग़ानिस्तान बेलआउट की बूँद के लिए क्यों तरस रहा है।
FATF की ब्लैकलिस्ट से बचने पर पाकिस्तान अमेरिकन ईगल की गर्दन छोड़ देगा, यदि अमेरिका को ऐसा लगता है, तो अमेरिका को हमारी तरफ से गुड लक।
लेकिन हम यहाँ पर फंडामेंटल सवाल पूछते हैं, की भाई, हम फालतू में FATF की लिस्टों के बारे में परेशां क्यों हो रहे हैं।
आप ही बताएं, ईरान और नार्थ कोरिया भी तो FATF की ब्लैकलिस्ट में बैठे हुए हैं, क्या उन्होंने अमेरिका के सामने समर्पण कर दिया है??
आपको यह भी पता है, FATF की ब्लैकलिस्ट में होने के बाबजूद भी कमजोर ईरान और नार्थ कोरिया यदि अपने पैरों पर खड़े हैं, तो उन्हें ग्लूकोस भी तो चीन से ही मिल रहा है।
FATF की ब्लैकलिस्ट पाकिस्तान का ह्रदय परिवर्तन कर देगी, अगर हम यह समझते हैं, तो इससे बड़ी मूर्खता क्या हो सकती है।
एक और बेसिक सवाल, अमेरिका को ईरानियन जनरल सुलेमानी को मारना था, तो उसने सीधा मार दिया ना, क्या उसने संयुक्त राष्ट्र संघ के चक्कर काटे, की भाई सुलेमानी को पहले अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोसित करो।
भारत की पाकिस्तान नामक पर्सनल प्रॉब्लम का सलूशन संयुक्त राष्ट्र संघ, सिक्योरिटी कॉउन्सिल और FATF निकाल लेंगे, ऐसी अपेक्षा करके, हम केवल अपने राष्ट्रीय समय और ऊर्जा को बर्बाद कर रहे हैं, और कुछ नहीं।
दुनिया के जंगल में कमजोर सिर्फ न्याय की भीख मांगते हैं, लेकिन शक्तिशाली न्याय का निर्माण करते हैं।
इसलिए हम सभी ने अगस्त 2018 में भारत सर्कार के द्वारा धारा 370 के हटाए जाने का दिल से स्वागत किया था।
लेकिन जिस तरह भारत अभी भी चीन की तुस्टीकरण की नीति पर चल रहा है, सॉरी फ्रेंड्स, उसका समर्थन करना कम से कम हमारे बस की बात नहीं है।
हम तो क्लियर कट यही कहना चाहते हैं, की क्योकि चीन के चाल चलन में रत्ती भर भी बदलाव नहीं आया है, इसलिए भारत ने हुआवे को 5G ट्रायल के लिए दी हुई अनुमति को वापस ले लेना चाहिए।
जब हुआवे को गले लगाने के बाबजूद, चाइनीस ड्रैगन ने उगलना जहर ही है, तो भाई, ऐसे हुआवे को लात मारके बहार निकाल देना चाहिए।
अगर चीन की अकल तब भी ठिकाने पर नहीं आयी, तो SCO की भारत में इस साल आयोजित की जाने वाली बैठक से मोदी सर्कार ने पीछे हटने का निर्णय ले लेना चाहिए।
आप सभी ने नोटिस किया होगा, जबसे भारत को इस मीटिंग की मेजबानी का मौका मिला है, पाकिस्तान बड़ा इतरा रहा है, कभी खबरें आती है, की पाकिस्तान के प्रधान मंत्री भारत नहीं आएंगे, तो कभी खबरें आती है, की पाकिस्तान भारत के निमंत्रण का इंतजार कर रहा है। हद होती है, दिवालिये देश के घमंड की भी।
चीन की चालबाजियों में फसने का यही परिणाम होता है, आज हम अपने दो जानी दुश्मनो की मेजबानी की एक साथ तैयारी कर रहे हैं ,और हाथ जोड़कर अपेक्षा कर रहे हैं, की वह भारत आकर हम पर कृपा करेंगे।
आप भी बताएं, SCO की ऐसी मीटिंग को आयोजित करके क्या हमने उड़ता हुआ चाइनीस तीर अपने दिल पर नहीं ले लिया है?
आप भारत की किसी भी फॉरेन रिलेशन प्रॉब्लम की समस्या को खोद के देख लीजिये, आपको उसकी जड़ में चीन ही बैठा दिखाई देगा।
फिर भी हम चीन के स्ट्रेटेजिक जाल में फंसकर पाकिस्तान पर पूरा ध्यान केंद्रित करके, चीन को प्यार भरी खुली छूट दे देते हैं। पेट में दर्द है, और हम 72 सालों से सर दर्द की दवाई ले रहे हैं।
जबकि FATF से पाकिस्तान परस्त आवाजे आ रही है, हमें यह सुनने में अच्छा लगता है, की हमारे दोस्त फ्रांस ने साफ़ कर दिया है, की अगले महीने चीन के सदाबहार दोस्त पाकिस्तान को कोई कन्सेशन नहीं दिया जायेगा, और फ्रांस निष्पक्ष होकर पाकिस्तान की परफॉरमेंस को evaluate करेगा।
फ्रांस जैसा दोस्त पाकर हम सभी गौरवान्वित महसूस करते हैं, जो हर मौके पर चार दीवारों के अंदर और बहार दोनों तरफ भारत के साथ खड़ा होता है।
इसी दोस्ती की कीमत फ्रांस ने रफाल विवाद में फंसकर चुकाई थी। हमारी पूरी मीडिया ने एक जुट होकर रफाल लड़ाकू विमान की डील को कैंसिल करने की कोसिस क्यों और किसके इसारे पर करि थी, यह हम सभी को अब समझ आ सकता है।
रफाल की डील को कैंसिल करने के लिए जो पत्थर फेंके गए थे, उससे किन किन चिड़ियों का एक साथ शिकार किया जा रहा था, यह हमें धीरे धीरे पता लग रहा है।
छोटा सा सवाल यही है, यदि भारत रफाल की डील को बीच में ही छोड़ देता, तो क्या फ्रांस और इंडिया की दोस्ती में खटास नहीं पड़ती।
कोई बात नहीं, जो हुआ सो अच्छा हुआ, अंत में भारत का साथ देने के लिए फ्रांस को बहुत बहुत धन्यवाद।
अंत में हमें उम्मीद है, मोदी सर्कार चतुर चीन के खिलाफ कोई ना कोई जमीनी कदम उठाएगी, यह जानने के लिए हम जल्द ही पेश होने वाले बजट का इंतजार करते हैं।
Tags
fatf pakistan,pakistan fatf blacklist pak media,pakistan fatf blacklist,pakistan fatf news,fatf pakistan news today,fatf pakistan news,fatf pakistan media,France on Pakistan FATF blacklist,france on pakistan,France India latest news,france 24 on india latest
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें