President Trump appreciated Tough Negotiator Modi (Great News)



यदि आप हमें प्रोत्साहित और सपोर्ट करना चाहें, तो आप PayTM, Google Pay, Phone Pe नंबर - +917649046884 पर हमें डोनेट (any amount) कर सकते हैं. Thank You!! If you want to support & encourage our creative work, please donate (any amount) on PayTM, Google Pay, Phone Pe number- +917649046884. Thank You!!
यदि आप हमें प्रोत्साहित और सपोर्ट करना चाहें, तो आप PayTM, Google Pay, Phone Pe नंबर - +917649046884 पर हमें डोनेट (any amount) कर सकते हैं. Thank You!! If you want to support & encourage our creative work, please donate (any amount) on PayTM, Google Pay, Phone Pe number- +917649046884. Thank You!! Please join our membership & enjoy special perks. https://www.youtube.com/channel/UCo-l5eRAYHWjQtuhWsb3jEg/join You can support us by being our Patron. In addition, you can suggest interesting topics to us.On selected topics we will make special videos. Please click on below link to become our Patron. कृपया हमारे संरक्षक (Patron) बनकर हमें सपोर्ट कीजिये. साथ ही आप हमें टॉपिक्स सजेस्ट कर सकते हैं. चुनिंदा टॉपिक्स पर हम स्पेशल वीडियो बनायेगे. Patron बनने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें। https://www.patreon.com/Realquickinfo Please click on below link to join us on Facebook इस लिंक पर क्लिक करके, आप हमसे फेसबुक पर जुड़ सकते हैं. https://www.facebook.com/realquickinfo/ Please click on below link to join us on Twitter इस लिंक पर क्लिक करके, आप हमसे ट्विटर पर जुड़ सकते हैं. https://twitter.com/RealQuickInfo Note - The video was created in the Software and includes a link to https://www.movavi.com/ Congratulations, you are today's lucky winner.😊👊👊😊 Please watch today's video. real quick info latest,real quick info,real quick analysis,rqi latest,trending now in india,trending news in india,study iq latest video,study iq latest current affairs,real quick info hindi, Reference
https://timesofindia.indiatimes.com/business/india-business/trump-calls-pm-modi-a-tough-negotiator-says-exports-up-by-40/articleshow/74282048.cms
https://indianexpress.com/article/opinion/columns/india-us-trade-donald-trump-visit-modi-6276480/


जैसा की आज प्रेजिडेंट ट्रम्प ने साफ़ कर दिया, की इंडिया और अमेरिका के बीच किसी भी प्रकार की ट्रेड डील अब केवल भविस्य की बात हो गयी है. लेकिन साथ में उन्होंने यह भी कहा, की मोदी जी एक टफ negotiator हैं.

आर्ट ऑफ़ डील का दम भरने वाले प्रेजिडेंट ट्रम्प यदि मोदी जी की मोलभाव करने की शक्ति से इम्प्रेस हो गए, तो हमें यह देखना होगा, की आखिर मोदी जी ने बातचीत और मोल भाव में ऐसा क्या किया, की प्रेजिडेंट ट्रम्प को भी सार्वजनिक तौर पर स्वीकार करना पड़ा, की मोदी जी गजब का मोलभाव करते हैं.

अगर आपने पिछले तीन सालों में अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड टेंशन को फॉलो किया हो, तो आपने देखा होगा, की हर बार प्रेजिडेंट ट्रम्प यही कहते थे, की प्रेजिडेंट सी जिनपिंग तो उनके बड़े अच्छे दोस्त हैं, लेकिन ट्रेड के मामले में चीन ने अमेरिका के साथ अन्याय किया है.

और हाल ही के कुछ समय में ऐसी ही बातें ट्रम्प ने मोदी जी के बारे में भी कही, की मोदी जी तो उन्हें बड़े पसंद हैं, लेकिन इंडिया ने अमेरिका के माल पर सबसे जायदा टेर्रिफ लगाए हुए हैं.

आज की डेट में, अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड डील भी हो गयी, और चीन पर बड़े हुए अमेरिकी टेर्रिफ भी जस के तस लगे हुए हैं.

लेकिन भारत के केस में, GSP बेनिफिट जरूर हमारे हाथ से निकल गए, लेकिन डील मेकिंग की कला में माहिर राष्ट्रपति आज भी इंडियन ट्रेड डील के लिए तरस रहे हैं.

अमेरिकी प्रशाशन तो छोड़िये, बल्कि हमारी खुद की मीडिया और एक्सपर्ट्स ने दवाब बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी, की यदि ट्रेड डील नहीं हुई, तो प्रेजिडेंट ट्रम्प की इस भारत यात्रा में फोटो क्लिक होने के अलावा और कुछ नहीं होगा.

ऐसा इम्प्रैशन खड़ा किया गया, की ट्रेड डील को करवाना अकेली मोदी सर्कार की जिम्मेदारी है , कुछ बड़े बड़े एक्सपर्ट लोगों का तो यह तक कहना था, की मोदी साहब को पता ही नहीं, की इंडिया और अमेरिका के ट्रेड negotiation पर तलवार लटक चुकी है.

हम सभी हमेसा से इंडिया अमेरिका फ्री ट्रेड डील के समर्थन में थे, लेकिन उसके लिए इस फ्री ट्रेड डील का फेयर होना भी जरूरी था.

यदि अमेरिका के हितों को साधने के लिए डील के लिए भारत कोई डील कर ले, तो क्या इसे मोदी सर्कार की सफलता कहा जा सकता है.

इसलिए फ्री एंड फेयर ट्रेड डील के लिए यदि हमें थोड़ा सा इंतजार और करना पड़े, तो आसमान टूटकर हमारे सर पर नहीं गिरेगा.

लेकिन अभी भी सवाल है, की मोदी जी आखिर ट्रम्प के ब्लफ को कैसे भांप गए.

बात यह है, की जब अमेरिका और चीन के बीच मोलभाव चल रहा था, तो चीन भी चट्टान की तरह अडिग था, और वह अमेरिका के लिए रत्ती भर भी पीछे हटने को तैयार नहीं था.

लेकिन फिर अमेरिका ने चीन को यह गोली दी, की चीन के पास डील करने का समय केवल चुनाव के पहले है, और चुनाव में प्रेजिडेंट ट्रम्प जीत जायेंगे, तो चीन को जो डील अभी मिल रही है, वह भी नहीं मिलेगी,

परिणाम स्वरुप इधर कुआ और उधर खाई देखकर चीन ने हिम्मत छोड़ दी, और अगले साल जनवरी में खाई की बजाये अभी कुए में गिरना स्वीकार कर लिया.

ठीक ऐसा ही हुआ, भारत के साथ भी , जब ट्रेड डील का पेंच फस गया, तो अपने भी पड़ा होगा, अमेरिका के ट्रेड रिप्रेजेन्टेटिव ने फ़र्ज़ी दवाब बनाने का कोई मौका नहीं छोड़ा.

पहले उन्होंने भारत की यात्रा कैंसिल कर दी, फिर कॉल पर यह कह दिया, की अब जो भी डील होगी, वह चुनाव के बाद होगी, और बाद में निर्णय ले लिया, की वह ट्रम्प के साथ भी भारत नहीं आएंगे.

भाई जी, बुलाना हमारा काम है, आना या ना  आना अमेरिकियों पर निर्भर है, इधर कॉल पर प्राइवेट में रोबर्ट लाइट हाइज़र प्रेशर बिल्ड कर रहे थे,  तो बहार ट्रम्प साहब भी ट्वीट और स्टेटमेंट जारी कर कर के भारत को प्रेशर कुकर में बिना सीटी के कुक करने की कोसिस कर रहे थे.

इतने दवाब के बाबजूद भारत ने साफ़ कर दिया, की इस साल की फ़रवरी हो, या अगले साल की जनवरी हो, भारत डील तभी करेगा, जब डील फ्री एंड फेयर होगी.

प्रेजिडेंट ट्रम्प चुनाव जीतें या हारें, इसकी टेंशन वह खुद लें, भारत को टेंशन पास ना करें.

अगर प्रेजिडेंट ट्रम्प हार गए तो बात ही अलग है, लेकिन यदि वह जीत गए, तब भी अमेरिका को इंडिया की उतनी ही जरूरत पड़ेगी, जितनी जरूरत आज है.

बात साफ़ है, हमारे साथ ट्रेड करके अमेरिका कोई हमारे ऊपर उपकार नहीं कर रहा है. मोदी सर्कार को तो भारत की बार्गेनिंग पावर के बारे में पता है, अच्छा होगा, की हमारी मीडिया और एक्सपर्ट लोगों को भी यह समझ आ जाये, की भारत जैसे बड़े देश को प्रेजिडेंट ट्रम्प जेब में रखकर नहीं घूम सकते हैं.

आप भी बताएं, इंडो पसिफ़िक में चीन के खिलाफ किस कंधे पर अमेरिकी बन्दूक धरी हुई है, चीन का बाजार जब खुलेगा तब खुलेगा, लेकिन आज भी अमेरिकी कंपनियों को भारत के बाजार में खुली छूट मिली हुई है.

जितनी हमें अमेरिका के साथ ट्रेड डील चाहिए, उससे कहीं अधिक अमेरिका को 130 करोड़ लोगों के बाजार के साथ ट्रेड डील चाहिए, तो भला हम ही अकेले पीछे क्यों हटें.

कॉमन सेंस कहता है, कोई भी डील हो, जो साइड ज्यादा  जल्दवाजी दिखाती है, कन्सेशन उसे ही जयादा देना पड़ती है. प्रेजिडेंट ट्रम्प को तो इसी साल चुनाव का सामना करना है, मोदी साहब के सामने तो अभी 4 साल पड़े हैं.

फिर भी उलटी गंगा बहाई जा रही थी, की भारत को अमेरिका के साथ जल्दी से जल्दी ट्रेड डील करने के लिए झुकना चाहिए.

इतिहास गवाह है, लोजिस्टिक्स हो या Communication हो, अमेरिका के साथ  हर फॉउण्डेशनल एग्रीमेंट में भारत  अपनी शर्तों पर शामिल हुआ है.  मोदी गवर्नमेंट की मोलभाव की शक्ति का अमेरिका को तो पता लग गया है, अच्छा होगा, की हम भारतीयों को भी यह अहसास हो जाये, की मोदी सर्कार खोखली धमकियों से झुकती नहीं है.


थोड़े से अमेरिकी प्रेशर से घमंडी चाइनीस ड्रैगन ने खून की उल्टियां कर दी हों, लेकिन इंडियन लायन की दहाड़ पर फालतू के अमेरिकी प्रेशर का कोई प्रभाव नहीं पड़ा है. इसलिए ट्रम्प को भी मानना पड़ा, की मोदी को मोलभाव में मात कोई नहीं दे सकता है.


भले ही प्रेजिडेंट ट्रम्प ने आर्ट ऑफ़ डील पर किताबे लिखी हों, लेकिन रियलिटी में डील मेकिंग की कला में कौन कितना माहिर है, यह मोदी जी ने दुनिया को दिखा दिया है.

Tags
trump in india 2020,trump in india visit,trump india visit,trump modi latest news hindi,trump modi latest news,trump speech today,trump in gujarat,Trump appreciated Modi,Trump calls Modi Tough Negotiator,Modi Trump Latest news

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

हारी बाजी जीत गए मोदी जी

दर्द में हुई असली मर्द की पहचान

Well Done President Trump - America Stops WHO Funding!!