Record Breaking Success - India got Highest Investment Jump in the world
#RealQuickAnalysis #FDIInIndia #MakeInIndia
FDI inflows into India jump by 13% to $57 billion in 2020: UN Report India records 13% FDI growth in 2020, higher than major economies. 5 reasons why
🔥Special Offer🔥 - अब आप हमारे अगले वीडियो को स्पोंसर भी कर सकते है, इसके लिए आप कमेंट section में अपना नाम शेयर कीजिये 100/- रुपए का आर्थिक सहयोग PayTM, Google Pay, Phone Pe Number - +917649046884 पर देकर स्पोंसरशिप लीजिये , ताकि एक वीडियो में हम बता सके, की आपने उसे स्पोंसर किया है! हमे सपोर्ट करने की लिए आपका धन्यवाद!
If you wish to sponsor our next video, you may please contribute only Rs 100/- at PayTM, Google Pay, Phone Pe Number - +917649046884. Please provide on your name in the comment section below, so that we can clearly mention in the video, that you have sponsored/funded it. Thank you all for supporting us always!! Please click on below link to join us on Facebook
इस लिंक पर क्लिक करके, आप हमसे फेसबुक पर जुड़ सकते हैं. https://www.facebook.com/RealquickAnalysis/ Please click on below link to join us on Twitter इस लिंक पर क्लिक करके, आप हमसे ट्विटर पर जुड़ सकते हैं. https://twitter.com/RealQuickInfo Note - The video was created in the Software and includes a link to https://www.movavi.com/
modi latest news today,modi latest news in hindi,modi ji latest news in hindi,real quick analysis,real quick analysis youtube channel,real quick analysis chanel,real quick analysis anchor,real quick info latest,real quick info hindi
References -
https://theprint.in/economy/india-has-got-record-fdi-this-year-despite-pandemic-but-its-largely-due-to-one-company/589545/
https://www.livemint.com/mutual-fund/mf-news/fdi-inflows-in-india-was-higher-than-major-economies-5-reasons-why-11611617341632.html
https://timesofindia.indiatimes.com/business/india-business/fdi-inflows-into-india-jump-by-13-to-57bn-in-2020-un/articleshow/80460076.cms
आज जो दिल्ली में हो रहा है, वह हम सभी के लिए शर्मनाक है. लेकिन जब ट्रेक्टर मार्च की साजिस रची जा रही थी, तभी आयी United Nations Conference on Trade and डेवलपमेंट की रिपोर्ट, जिसमे साल 2020 में दुनिया में कैसा फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट हुआ, उसका लेखा जोखा तो था ही, साथ ही साथ इस नए साल में ग्लोबल FDI कैसा होगा, इसका अनुमान भी लगाया गया है.
इससे पहले की हम इस ग्लोबल इन्वेस्टमेंट ट्रेंड मॉनिटर रिपोर्ट के बारे में चर्चा करें, यहाँ पर crystal क्लियर करना जरूरी है, यह रिपोर्ट किसी मोदी भक्त ने नहीं, बल्कि यूनाइटेड नेशंस की इंटरगवर्नमेंटल बॉडी ने बनायीं है. इसलिए यदि आपको फिर भी कोसना है, तो आप UN को भी मोदी भक्त की उपाधि देने के लिए स्वतंत्र हैं.
एनीवे रिपोर्ट की बात करते हैं, तो दोस्तों पिछले कैलेंडर ईयर 2020 में दुनिया में मात्र दो देश ऐसे थे, जिनमे कैलेंडर ईयर 2019 की तुलना में FDI में बढ़ोतरी हुई. जी हाँ दोस्तों, दुनिया के सभी देशो यहाँ तक की विकसित देशो जैसे की US, UK,जर्मनी, फ्रांस रूस अदि में हुई FDI में साल दर साल जबरदस्त गिरावट आयी है.
FDI में बढ़ोतरी दर्ज कराने वाले दो देश हैं, भारत और चीन. अब यहाँ पर देखिये, जहाँ चीन में होने वाले निवेश में हुआ है, 4 प्रतिशत का इजाफा, तो भारत में हुई FDI में आया है, 13% का जबरदस्त रिकॉर्ड तोड़ उछाल.
दूसरे सबदो में यदि केलिन्डर ईयर 2019 और 2020 को compare किया जाये, तो FDI के मामले में दुनिया में सबसे अधिक उछाल भारत में दर्ज किया गया है. और वह भी तब जब पिछला पूरा का पूरा साल कोरोना खा गया.
साल 2020 में भारत में आया 57 बिलियन डॉलर का FDI जो की मुख्य रूप से डिजिटल , एनर्जी और इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे सेक्टर्स में आया है.
जबकि इस अच्छी खबर में कोई बुराई नहीं है, लेकिन चूँकि लेफ्ट लिबरल चमचो को अच्छाई में बुराई देखने की लत लग चुकी है, तो उन्होंने रोने धोने के लिए कारण यह निकाला है, की डिजिटल सेक्टर में जो निवेश हुआ है, वह तो मुख्य रूप से एक ही कंपनी में हुआ है, जिसका नाम है रिलायंस. इसलिए भारत को खुसी के लड्डू फोड़ने की जरूरत नहीं है.
तो दोस्तों आप ही बताएं, क्या रिलायंस ने दिवालिये पाकिस्तान के डिजिटल सेक्टर में फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट को अट्रैक्ट किया है. और क्या रिलायंस में डॉलर डालने वाले इतने बेवक़ूफ़ हैं, की उन्होंने अम्बानी पर सिर्फ इसलिए निवेश किया है, क्योकि मोदी जी और अम्बानी दोनों गुजराती है.
पॉइंट सिंपल हैं, भले ही अख़बारों में फ्री का ज्ञान बांटने वाले बड़े बुद्धिमान हों, गूगल और facebook ने भी पैसा लगाने के पहले दिमागी घोड़े दौड़ाये होंगे. और अम्बानी से ज्यादा उन्हें भारत के भविस्य में भरोसा होगा.
एनीवे जिनको रोना हो वह रोते रहें, हमारे लिए तो यह खुसी की बात है, की पहली बार भारत ने FDI अट्रैक्ट कर पाने में ऐतिहासिक सफलता प्राप्त की है. और हम उम्मीद करते हैं, की इस कैलेंडर ईयर में भी भारत अपनी इस बढ़त को बरक़रार रखेगा.
वह कहते हैं ना, की जिसका काम ख़राब ना कर सको, उसका नाम ख़राब कर दो, इसलिए आज जो दिल्ली में हुआ है, वह मोदी जी का काम नहीं नाम ख़राब करने की कोसिस है, अब यह हम पर निर्भर करता है, की हम नाम को लेकर दुखी होते हैं, या काम को देखकर खुसी होते हैं.
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें