भारत ने खत्म किया चीन का एकछत्र राज्य, Make In India Latest

#RealQuickAnalysis #MakeInIndia #ChinaIndiaRelations

Centre gives Make-in-India booster shot for medical devices sector

Order dated 25.03.2021 regarding items having sufficient local capacity and local competition as per Para 3(a) of revised Public Procurement (Preference to Make in India) Order dated 16.09.2020

🔥Special Offer🔥 - अब आप हमारे अगले वीडियो को स्पोंसर भी कर सकते है, इसके लिए आप कमेंट section में अपना नाम शेयर कीजिये 100/- रुपए का आर्थिक सहयोग PayTM, Google Pay, Phone Pe Number - +917649046884 पर देकर स्पोंसरशिप लीजिये , ताकि एक वीडियो में हम बता सके, की आपने उसे स्पोंसर किया है! हमे सपोर्ट करने की लिए आपका धन्यवाद!

If you wish to sponsor our next video, you may please contribute only Rs 100/- at PayTM, Google Pay, Phone Pe Number - +917649046884. Please provide on your name in the comment section below, so that we can clearly mention in the video, that you have sponsored/funded it. Thank you all for supporting us always!! Please click on below link to join us on Facebook

इस लिंक पर क्लिक करके, आप हमसे फेसबुक पर जुड़ सकते हैं. https://www.facebook.com/RealquickAnalysis/  Please click on below link to join us on Twitter इस लिंक पर क्लिक करके, आप हमसे ट्विटर पर जुड़ सकते हैं. https://twitter.com/RealQuickInfo Note - The video was created in the Software and includes a link to https://www.movavi.com/

modi latest news today,modi latest news in hindi,modi ji latest news in hindi,real quick analysis,real quick analysis youtube channel,real quick analysis chanel,real quick analysis anchor,real quick info latest,real quick info hindi

References -

https://www.daijiworld.com/news/newsDisplay?newsID=817617

https://pharmaceuticals.gov.in/important-document/order-dated-25032021-regarding-items-having-sufficient-local-capacity-and-local

https://pharmaceuticals.gov.in/sites/default/files/Order%20dated%2025.03.2021%20regarding%20Para%203%28a%29.pdf

 https://medicaldialogues.in/news/industry/pharma/govt-allocates-over-rs-10000-crores-in-pli-scheme-for-bulk-drugs-medical-devices-to-fulfill-vision-of-aatmanirbhar-bharat-75009

इस वीडियो के पाजिटिविटी पार्टनर हैं, राजू रंगनाथ शिंदे जी (Raju  Ranganath  Shinde), हमें सपोर्ट करने के लिए आपको धन्यवाद


यह कड़वी सच्चाई हम सभी को पता है, की मेडिकल डिवाइस के मामले में हम पूरी तरह से अपने दुश्मन नंबर १ चीन पर निर्भर है. और चीन ही क्यों साहब, हम तो मेडिकल डिवाइस अमेरिका जर्मनी सिंगापुर और नीदरलैंड तक से इम्पोर्ट करते हैं.


अकेले साल 2019-20 में भारत ने 41 हज़ार करोड़ रूपया सिर्फ मेडिकल डिवाइस के आयत पर खर्च किया था.  वैसे यह सब आपको पहले से पता है, तभी तो आप हमेसा से मांग करते आ रहे हैं, की मेडिकल डिवाइस की फील्ड में भारत ने आत्मा निर्भर बनना चाहिए.  


और आपकी इसी मांग पर अमल करते हुए मोदी सर्कार ने लॉच की थी, 3420 करोड़ की PLI सब्सिडी स्कीम, और अब मोदी सर्कार ने उससे भी बड़ा धांसू काम कर दिया है.


जी हाँ दोस्तों, 25 मार्च को डिपार्टमेंट ऑफ़ फार्मास्यूटिकल ने एक जोरदार आर्डर जारी कर दिया, इस आर्डर में X रे मशीन, ECG मशीन, आर्टिफीसियल जॉइंट्स जैसी 19 मेडिकल डिवाइस identify की गयी है.


केंद्र राज्य अथवा स्थानीय स्तर पर काम करने वाली संस्था जिसे पूरी तरह अथवा आंशिक रूप से केंद्र सर्कार से आर्थिक सहायता मिलती हो,  वह यदि इस लिस्ट की इन 19 मेडिकल डिवाइस को अब खरीदना चाहेगी, तो वह उन्हें केवल क्लास वन लोकल suppliers से ही खरीद पायेगी.


अब सवाल उठता है, की आखिर ये क्लास वन सप्लायर किस चिडीया का नाम है. तो दोस्तों यह जानकर आपका दिल खुस हो जायेगा, की यह क्लास वन लोकल सप्लायर वह है, जिनके प्रोडक्ट्स में लोकल कंटेंट्स की मात्रा 50 फ़ीसदी या उससे अधिक है.


सरल सब्दो में अब लिस्ट की 19 मेडिकल डिवाइस केवल उन्ही लोकल suppliers से खरीदी जाएँगी, जो भारत में मैन्युफैक्चरिंग भी करते हो.


नहीं तो होता यह है, दलाल लोग चीन से माल इम्पोर्ट करके अपना लेबल चिपकाकर उसे सर्कार को बेच देते हैं. ये Middle men बीच की मलाई तो उड़ाते ही है, साथ में इस प्रकार हम सभी टैक्स पेयर का पैसा सीधा चीन की जेब में चला जाता है.


मोदी सर्कार के इस एक निर्णय से मेडिकल डिवाइस इम्पोर्ट के गोरख धंधे को सबसे गहरी चोट लगेगी, और जब भारत में ही इन मेडिकल डिवाइस का प्रोडक्शन चालू होगा, तो बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार भी मिलेगा यह पक्की बात है.


और ऐसा नहीं है, की ये प्रोडक्ट अभी भारत में बनते नहीं है, बनते सब हैं, दिक्कत सिर्फ यह होती है, की चीन से आ रही है सस्ते माल की बाढ़, जिसके कारण इंडियन मनुफक्चरर्स को दिन में तारे दिख रहे हैं, और कई मनुफक्चरर्स तो पहले ही चाइनीस माल के ट्रेडर में तब्दील हो चुके हैं.


चलो कोई नहीं, जो हुआ सो हुआ, अब अच्छी बात यह है, की चाइनीस माल के इंडियन ट्रेडर्स को वापस इंडियन मनुफक्चरर्स बनने के PLI स्कीम की गाजर और  इम्पोर्ट रेस्ट्रिक्शन की लाठी दोनों दी जा रही है.  वैसे भी  काम तभी होता है, जब carrot एंड स्टिक की पालिसी का इस्तेमाल किया जाता है.


अब आपमें से कुछ लोग कह सकते हैं, की भारत में बनी मेडिकल डिवाइस तो महँगी होगी, तो हमारा आपसे छोटा सा सवाल है, की आखिर यह कब तक चलेगा, सस्ता माल चाहिए आपको चीन से, लेकिन नौकरी चाहिए आपको मोदी जी से.


आखिर आप यह कैसा खेल खेल रहे हैं, जिसमे चित्त भी आपकी है और पट्ट भी. 


हम तो मोदी सर्कार के इस क्लास वन लोकल सप्लायर के कांसेप्ट का स्वागत करते हैं, हलकी सी दुःख की बात सिर्फ यह है, की हमेसा की तरह इस एक सकारात्मक कदम को हमारी प्यारी मीडिया और बड़े बड़े youtubers ने पूरी तरह से इग्नोर कर दिया. 


अंत में इस वीडियो के स्पांसर राजू रंगनाथ शिंदे जी को धन्यवाद देते हुए हम यह वीडियो समाप्त करते हैं.

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

हारी बाजी जीत गए मोदी जी

दर्द में हुई असली मर्द की पहचान

Well Done President Trump - America Stops WHO Funding!!