लम्बी अवधि के निवेश के लिए शेयर और ETF में से कौन बेहतर है??


 

कई बार दर्शक हमसे पूछते हैं, की कोई ऐसा स्टॉक बताओ जो की लॉन्ग टर्म 10 से 20 सालों के लिए अच्छा हो. जिसमे हम अपने रिटायरमेंट के लिए निवेश कर सकें.


तो दोस्तों, इस सवाल का जवाब जानने के लिए पहले हमें समझना होगा, की रिस्क कितने प्रकार की होती है.


पहली रिस्क होती है, सिस्टमिक रिस्क. मतलब की वह खतरा जो की सिस्टम में ही होता है, सिस्टम बोले तो ग्लोबल & इंडियन इकॉनमी, कहीं कोई युद्ध विश्वयुद्ध का विकराल रूप ना ले ले, अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर चल ही रही है. भारत की इकॉनमी की प्रगति की रफ़्तार क्या होगी, महगाई कितनी  बढ़ेगी अथवा घटेगी.


यह ऐसे सवाल हैं, जो की रिस्क हैं, आप किसी भी कंपनी का शेयर ले लें, अथवा आप अपने पोर्टफोलियो में भले ही हज़ार कंपनियां रख लें, फिर भी सिस्टमिक रिस्क से आप बच नहीं पाएंगे. अगर देश ही डूब गया, तो आप बताएं, कौन सी कंपनी बचेगी.


दूसरी रिस्क होती है. Un सिस्टमिक रिस्क, जो की कंपनी से रिलेटेड होती है. उदहारण के लिए अनिल अम्बानी की सारि कंपनियां डूब गयी, तो क्या मुकेश अम्बानी की कंपनियों पर कोई बुरा प्रभाव पड़ा??

कहने का मतलब यह है, की सही कंपनी का चुनाव करके यदि सब कुछ आपके अनुमान के मुताबिक हुआ तो आप Un सिस्टमिक रिस्क से बचने की सोच सकते हैं. लेकिन आप बच पाएंगे, इसकी कोई गारंटी नहीं है.


आज टीवी पर बैठकर यह कहना आसान होता है, की देखो  इनफ़ोसिस HDFC कहाँ से कहाँ पहुंच गए, लेकिन आप ही बताएं, Un सिस्टमिक रिस्क के कारण क्या आप गारंटी से कह सकते हैं, की इनफ़ोसिस और HDFC ने जितना पैसा पिछले 20 सालों में बना के दिया, उतना ही पैसा वह अगले 20 सालों में भी बना के देंगी.


अरे साहब 20 सालों की बात छोड़ दीजिये, हम अगले २ मिनट की गारंटी नही ले सकते हैं, क्योकि किसी कंपनी के साथ कब क्या हो जाये, यह किसी को नहीं पता. और जो लोग टीवी पर बैठकर कॉन्फिडेंस के साथ दावा करते हैं, की यह हो जायेगा तो वह हो जायेगा, वह सब बातें हैं, बातें. सही मायनो में किसी को कुछ नहीं पता भविस्य के बारे में. 


इसलिए हम जब लॉन्ग टर्म की बात करते हैं, तो हम किसी कंपनी से रिलेटेड Un सिस्टमिक रिस्क की टेंशन लेना ही नहीं चाहते हैं, जहाँ तक देश और दुनिया से रिलेटेड जो सिस्टमिक रिस्क होती हैं, उनसे तो हम चाहकर भी नहीं बच सकते हैं, इसलिए उनसे तो हम डायरेक्ट अथवा indirect तरीके से प्रभावित होंगे ही होंगे.


सिस्टमिक रिस्क और Un सिस्टमिक रिस्क दोनों को ध्यान में रखते हुए, आप अब कल्पना कीजिये, की कोई कंपनी उदहारण के लिए मान लो की वह इनफ़ोसिस है और उसके सामने भारत है, दोनों में से अगले बीस सालों में तुलनातमक रूप से किसके ग्रो करने की सम्भावना अधिक है.


तो हमें लगता है, की भले ही सरकारें बनेगी बिगड़ेगी, झगड़े लड़ाइयां  युद्ध और महामारी आएगी जाएँगी, लेकिन हमारा देश भारत प्रगति करेगा इसलिए किसी कंपनी से ज्यादा हमें भारत के भविस्य पर अधिक भरोषा है.


जहाँ तक कंपनियों का सवाल है, उनमे हम १ साल से कम अवधि के लिए निवेश करना पसंद करते हैं. १ साल इसलिए क्योकि इस अवधि में उन सिस्टमिक रिस्क के बारे में अनुमान लगाना थोड़ा आसान होता है, और सही पड़ने की सम्भावना भी अधिक हो जाती है.


 स्टॉक पर लगा पैसा हम घुमाते रहते हैं, मतलब नीचे खरीदो ऊपर बेचो, इससे शार्ट टर्म में पैसा भी बनता रहता है, और लॉन्ग टर्म के निवेश को लेकर हमारी टेंशन भी कम होजाती है. 


लेकिन लॉन्ग टर्म १० से २० सालों के लिए किसी कंपनी में पैसा लगाने के बजाये देश की टॉप 500 कंपनियों पर निवेश करना हम ज्यादा पसंद करते हैं.


मतलब हमें इससे मतलब नहीं है, की वह टॉप 500 कंपनियां कौन सी है, वह क्या कर रही है, वह किस धंधे में हैं, उनके सेक्टर में क्या उठा पटक हो रही है, देश के जो भी टॉप 500 घोड़े होंगे, हम उन्ही पर अपना दाव लगाएंगे.


इसलिए अगले 10 से 20 सालों के लिए हम किसी कंपनी में निवेश करने बजाये एक्सचेंज ट्रेडेड फण्ड में निवेश को बेहतर मानते हैं.


एक्सचेंज ट्रेडेड फण्ड का पोर्टफोलियो कैसे बनता है, इसके बारे में जानकारी के लिए आप हमारा यह वीडियो देख लीजिये. 


इस ETF पोर्टफोलियो से हम देश की टॉप 250 कंपनियों को कवर कर लेते हैं, लेकिन चूँकि हमने बात की है देश की टॉप 500 कंपनियों की, इसलिए सेष 250 कंपनियों में निवेश करने के लिए हम पसंद करते हैं,Nifty स्माल कैप 250 इंडेक्स फण्ड को, जिसके बारे में अधिक जानकारी के लिए आप हमारा यह वीडियो देख सकते हैं.


अब किस ETF को कब लेना है, और कब बेचना है, उन मौको की जानकारी के लिए आप हमारा फ्री टेलीग्राम चैनल  ETF knowledge show ज्वाइन कर लीजिये. ताकि कोई मौका आपके हाथ से चुके ना.


यहाँ पर ध्यान रखिये ETF अथवा कहीं और निवेश का अंतिम निर्णय केवल और केवल आपका है. लाभ का श्रेय और हानि का दोष दोनों सिर्फ और सिर्फ आपके सर पर होंगे.


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