पुराने गेंहू निर्यात रिकार्ड्स की भारत ने उड़ाई धज्जियाँ
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India turns major wheat supplier in South, West Asia as global prices soar
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References -
https://www.thehindubusinessline.com/economy/agri-business/india-turns-major-wheat-supplier-in-south-west-asia-as-global-prices-soar/article37148638.ece
कल के मैच में जिस तरह भारत की हार हुई, उसे देखकर यदि आप हतास और निराश हैं, तो दोस्तों, इस वीडियो में हम चर्चा करेंगे, एक ऐसे घटनाक्रम की, जिसके बारे में जानकर आपको जरूर प्रसन्नता होगी.
आजादी के बाद हमारे देश की हालत ऐसी थी, की हमें गेंहू अमेरिका से खरीदना पड़ता था. ना सिर्फ अमेरिका ने हमें गेंहू दिया, बल्कि साथ में अमेरिकन महाद्वीप के गेंहू के कीड़े भी इस तरह भारत आ गए.
लेकिन आज आप देखिये. पुरे के पुरे दक्षिण एशिया, पश्चिमी एशिया और हिन्द महासागर के लगभग सभी देशो के लिए गेंहू के एक बड़े सप्लायर के रूप में भारत उभर चूका है.
किसान भाइयो को धन्यवाद्, क्योकि उन्ही के परिश्रम का परिणाम है, की कभी भूखा मरने वाला भारत आज दुनिया को खाना खिला रहा है.
जहाँ पिछले साल अप्रैल अगस्त के बीच भारत ने 2 लाख टन गेंहू का एक्सपोर्ट किया था, वही उसकी तुलना में इस साल अप्रैल से अगस्त के बीच भारत कर चूका है, जी हाँ कर चूका है, 19 लाख टन गेंहू का एक्सपोर्ट.
अब सोचने वाली बात यह है, की अचानक से ऐसा कैसे हो गया.
तो दोस्तों, दुनिया में गेंहू के दाम पिछले नो सालों के उच्चतम स्तर पर हैं, साथ ही साथ कंटेनर की शॉर्टेज के कारण लम्बी दुरी से गेंहू मंगाना महंगा साबित हो रहा है.
उदहारण के लिए भारत के पडोसी देशो के लिए ऑस्ट्रेलिया और रूस का गेंहू भारत से महगा पड़ रहा है, इसलिए दूर दराज से गेंहू इम्पोर्ट करने के बजाय उन्हें डायरेक्ट पास के भारत से गेंहू इम्पोर्ट करना मुनाफे का सौदा जान पड़ रहा है.
मौके पर छक्का मारते हुए भारत ने भी अपनी गेंहू के दाम बड़ा दिए, अप्रैल में एक टन गेंहू का भाव जहाँ $265 था, वही गेंहू अब $315 के दाम पर दबा के बिक रहा है.
इसलिए दोस्तों कहा जाता है, की समय बलवान होता है, कुछ सालों पहले तक अपना गेंहू खपाने के लिए भारत उसे सब्सिडी के साथ अफ़ग़ानिस्तान को बांटा करता था. और आज हम अपनी गेंहू का भाव बड़ा रहे हैं, फिर भी लोग लाइन में लगे हैं, हमारा माल उठाने के लिए.
एक और जहाँ अमेरिका कनाडा जैसे देशो में गेंहू के उत्पादन में कमी आयी, तो दूसरी ओर भारतीय गेंहू की क्वालिटी भी बढ़ रही है.
मौके की नजाकत को भांपते हुए मोदी सर्कार ने भी मजबूती के साथ सपोर्ट किया है, गेंहू के एक्सपोर्ट को बढ़ाने का. क्योकि इससे उन्हें दो तरफा लाभ है.
पहला तो भारतीय किसानो को गेंहू का बेहतर भाव मिल पायेगा, साथ में सरकारी गोदामों में जो गेंहू भरा पड़ा है, उसे भी हल्का किया जा रहा है, ताकि सर्कार को कमाई हो सके, सरकारी भण्डारण सस्थाओं का लाखो करोड़ों का घाटा कुछ कम हो सके.
इसलिए दोस्तों हम बार बार कह रह है, की कृषि सुधार कानून बेहद जरूरी है, एक बार यदि भारतीय किसान ग्लोबल सप्लाई चैन से जुड़ गया, तो वह फिर पूरी दुनिया पर राज करेगा, हमें डर और घबरा कर इंडियन फार्मर्स को मंडियों में बांधने की नहीं, बल्कि उन्हें खुली छूट देनी की जरूरत है, वह दुनिया जीतने के काबिल हैं. इसलिए हम लगातार कृषि कानूनों का समर्थन कर रहे हैं.
इसी बैकग्राउंड में दोस्तों आपको याद होगा, हम आपसे लगातार कह रहे हैं, की पेट्रोल डीजल के भाव बढ़ेंगे, तो आपके पास दो विकल्प हैं, पहला है, मोदी जी को गरियायो, और दूसरा विकल्प है,इस मौके से मुनाफा कमाओ.
ग्लोबल मार्किट में कच्चे तेल के भाव में उछाल आया, और आज आयल इंडिया का भाव भी एक दिन में 5% चढ़ गया, आयल इंडिया भारत में कच्चे तेल के उत्पादन में लगी हुई है.
कहने का मतलब यह है, की जब हम आपके सामने दूसरा और बेहतर विकल्प पेश कर रहे थे, तब हम कोई हवा वाजी नहीं कर रहे थे.
इसलिए यदि आपको सकारात्मक व्यू पॉइंट के साथ मुनाफे के मौके अपने दम पर पकड़ना है, तो आपका हमारे आत्मनिर्भर इन्वेस्टर कोर्स में स्वागत है, व्हाट्सप्प पर इस कोर्स के बारे में समस्त जानकारी प्राप्त करने के लिए आप इस वीडियो के डिस्क्रिप्शन बॉक्स में दी गयी लिंक पर कीजिये क्लिक, ताकि इस दिवाली पर आप खुद को आत्मनिर्भर इन्वेस्टर की सस्ती सुंदर और टिकाऊ गिफ्ट दे सकें.
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