मोदी जी ने सिंगापुर को भारत का पानी पिलाया
#RealQuickAnalysis #GIFTCitylatest #Modijilatestnews
Singapore Exchange opens office in Gift City, NSE-SGX Connect may start in Jan
Singapore Exchange opens offshore office at IFSC-GIFT City
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References -
https://www.zeebiz.com/companies/news-singapore-exchange-opens-offshore-office-at-ifsc-gift-city-168575
https://www.livemint.com/market/stock-market-news/singapore-exchange-opens-office-in-gift-city-nse-sgx-connect-may-start-in-jan-11634909082841.html
प्यासे को कुए के पास आना पड़ता है, लेकिन कुए को प्यासे के पास ले जाने की कोसिस करते हुए सिंगापुर ने आज से तीन चार साल पहले भारत से कहा, की क्यों ना इंडियन स्टॉक मार्किट के फ्यूचर एंड Options कॉन्ट्रैक्ट की ट्रेडिंग सिंगापुर में चालू कर दी जाये.
बेहद सरल सब्दो में सिंगापुर का तर्क यह था, की उसके सदस्यों को यदि इंडियन स्टॉक्स और इंडेक्स के फ्यूचर एंड ऑप्शंस खरीदने बेचने है, तो अभी उन्हें बड़ी दिक्कत आती है, उन्हें अलग से भारतीय नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के सिस्टम में आना पड़ता है, दो दो सिस्टम की झंझट से बचने के लिए वह चाह रहे हैं, की क्यों ना इंडियन फ्यूचर एंड ऑप्शंस का कारोबार सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज SGX में चालू कर दिया जाये.
हालाँकि सिंगापुर की बात में दम था, लेकिन भारत ने भी कोई कच्ची गोलियां नहीं खेली थी, भारत यदि सिंगापुर की बात मान लेता, तो होता उल्टा, जो विदेशी निवेशक अभी इंडियन नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में कारोबार करते हैं, वह भी भाग जाते सिंगापुर. मतलब सिंगापुर की मदद करने के चक्कर में हम खुद मुसीबत में फंस जाते, हमारा खुद का धंधा सिंगापुर चला जाता, फिर क्या था, भारत ने जमीं पर पांव रोप दिए, की भाई ऐसा नहीं हो पायेगा.
साल 2018 में यह सब उठा पटक हुई थी, और अब आप देख लीजिये, आ गया है प्यासा कुए के पास. जी हाँ दोस्तों, झुकती है दुनिया झुकाने वाला चाहिए.
अब सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज ने इंडियन गिफ्ट सिटी में अपना ऑफिस खोल लिया है, एक नई कंपनी बना दी है, और NSE के सिस्टम से सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज को डेटा फ्लो होने लगे, इसके लिए डेटा लिंक भी चालू हो गयी है.
मतलब अभी सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज के सदस्य देख सकते हैं, की भारतीय स्टॉक्स एंड इंडेक्स के फ्यूचर एंड ऑप्शंस का भाव ताव कैसा चल रहा है. तरो ताजा डेटा के बल पर वह अपनी रणनीति तैयार कर सकते हैं.
साथ में वह प्रैक्टिस भी कर सकते हैं, की अगले साल जनबरी में जब ट्रेडिंग चालू होगी, तब उन्हें कब कैसे क्या करना है.
मतलब सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज का काम भी बन गया, और इस प्रकार भारतीय माल की ट्रेडिंग होगी भारतीय जमीं पर ही, इसे कहते हैं सांप भी मर गया, और लाठी भी ना टूटी.
बड़े बड़े विदेशी निवेशकों को ना सिर्फ पैसा डालने की सुविधा चाहिए होती है, बल्कि पैसा निकालना भी आसान होना चाहिए. साथ में चूँकि वह बहुत बड़ी मात्रा में माल की डिलीवरी उठाते हैं, हर पल आने वाले भाव के उतार चढ़ाव से उनके पेट का पानी ना हिले, शार्ट टर्म के fluctuations के कारण धंधे पर अथवा अन्य सौदों पर तलवार ना लटके, इसलिए वह रिस्क मैनेजमेंट के लिए फ्यूचर एंड Options Contract के माध्यम से insurance ले लेते हैं. जब रिस्क मैनेजमेंट की पुख्ता व्यवस्था होगी तभी तो वह बड़े पैमाने पर पैसा भारत में पटकेंगे.
उनकी मांग जायज है या नहीं, वह सवाल है ही नहीं, सवाल था, सही मांग को सही ढंग से पूरा करने का.
वैसे भी भारतीय स्टॉक मार्किट ने दुनिया में सबसे तोड़ फोड़ रिटर्न दे डाले हैं, इसलिए भारतीय मार्किट को देखकर सबके मुँह में पानी आ रहा है, सबको लाभ उठाना है उठायें, लेकिन भारतीय माल का धंधा भारत में होना चाहिए, पॉइंट सिंपल सा यही है. हमारा माल सिंगापुर में बिके और सिंगापुर बैठे बैठे कमिशन की मलाई उड़ाए, कम से कम यह मोदी जी की नाक के नीचे तो नहीं हो सकता है.
#RealQuickAnalysis #GiftCityLatest #Modijilatestnews
NSE, Singapore bourse team up to launch trading in GIFT City
Singapore Exchange opens offshore office at IFSC-GIFT City
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https://www.livemint.com/market/stock-market-news/singapore-exchange-opens-office-in-gift-city-nse-sgx-connect-may-start-in-jan-11634909082841.html
https://www.zeebiz.com/companies/news-singapore-exchange-opens-offshore-office-at-ifsc-gift-city-168575
https://timesofindia.indiatimes.com/business/india-business/nse-singapore-bourse-team-up-to-launch-trading-in-gift-city/articleshow/87215454.cms
प्यासे को कुए के पास आना पड़ता है, लेकिन कुए को प्यासे के पास ले जाने की कोसिस करते हुए सिंगापुर ने आज से तीन चार साल पहले भारत से कहा, की क्यों ना इंडियन स्टॉक मार्किट के फ्यूचर एंड Options कॉन्ट्रैक्ट की ट्रेडिंग सिंगापुर में चालू कर दी जाये.
बेहद सरल सब्दो में सिंगापुर का तर्क यह था, की उसके सदस्यों को यदि इंडियन स्टॉक्स और इंडेक्स के फ्यूचर एंड ऑप्शंस खरीदने बेचने है, तो अभी उन्हें बड़ी दिक्कत आती है, उन्हें अलग से भारतीय नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के सिस्टम में आना पड़ता है, दो दो सिस्टम की झंझट से बचने के लिए वह चाह रहे हैं, की क्यों ना इंडियन फ्यूचर एंड ऑप्शंस का कारोबार सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज SGX में चालू कर दिया जाये.
हालाँकि सिंगापुर की बात में दम था, लेकिन भारत ने भी कोई कच्ची गोलियां नहीं खेली थी, भारत यदि सिंगापुर की बात मान लेता, तो होता उल्टा, जो विदेशी निवेशक अभी इंडियन नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में कारोबार करते हैं, वह भी भाग जाते सिंगापुर. मतलब सिंगापुर की मदद करने के चक्कर में हम खुद मुसीबत में फंस जाते, हमारा खुद का धंधा सिंगापुर चला जाता, फिर क्या था, भारत ने जमीं पर पांव रोप दिए, की भाई ऐसा नहीं हो पायेगा.
साल 2018 में यह सब उठा पटक हुई थी, और अब आप देख लीजिये, आ गया है प्यासा कुए के पास. जी हाँ दोस्तों, झुकती है दुनिया झुकाने वाला चाहिए.
अब सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज ने इंडियन गिफ्ट सिटी में अपना ऑफिस खोल लिया है, एक नई कंपनी बना दी है, और NSE के सिस्टम से सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज को डेटा फ्लो होने लगे, इसके लिए डेटा लिंक भी चालू हो गयी है.
मतलब अभी सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज के सदस्य देख सकते हैं, की भारतीय स्टॉक्स एंड इंडेक्स के फ्यूचर एंड ऑप्शंस का भाव ताव कैसा चल रहा है. तरो ताजा डेटा के बल पर वह अपनी रणनीति तैयार कर सकते हैं.
साथ में वह प्रैक्टिस भी कर सकते हैं, की अगले साल जनबरी में जब ट्रेडिंग चालू होगी, तब उन्हें कब कैसे क्या करना है.
मतलब सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज का काम भी बन गया, और इस प्रकार भारतीय माल की ट्रेडिंग होगी भारतीय जमीं पर ही, इसे कहते हैं सांप भी मर गया, और लाठी भी ना टूटी.
बड़े बड़े विदेशी निवेशकों को ना सिर्फ पैसा डालने की सुविधा चाहिए होती है, बल्कि पैसा निकालना भी आसान होना चाहिए. साथ में चूँकि वह बहुत बड़ी मात्रा में माल की डिलीवरी उठाते हैं, हर पल आने वाले भाव के उतार चढ़ाव से उनके पेट का पानी ना हिले, शार्ट टर्म के fluctuations के कारण धंधे पर अथवा अन्य सौदों पर तलवार ना लटके, इसलिए वह रिस्क मैनेजमेंट के लिए फ्यूचर एंड Options Contract के माध्यम से insurance ले लेते हैं. जब रिस्क मैनेजमेंट की पुख्ता व्यवस्था होगी तभी तो वह बड़े पैमाने पर पैसा भारत में पटकेंगे.
उनकी मांग जायज है या नहीं, वह सवाल है ही नहीं, सवाल था, सही मांग को सही ढंग से पूरा करने का.
वैसे भी भारतीय स्टॉक मार्किट ने दुनिया में सबसे तोड़ फोड़ रिटर्न दे डाले हैं, इसलिए भारतीय मार्किट को देखकर सबके मुँह में पानी आ रहा है, सबको लाभ उठाना है उठायें, लेकिन भारतीय माल का धंधा भारत में होना चाहिए, पॉइंट सिंपल सा यही है. हमारा माल सिंगापुर में बिके और सिंगापुर बैठे बैठे कमिशन की मलाई उड़ाए, कम से कम यह मोदी जी की नाक के नीचे तो नहीं हो सकता है.
हमें अच्छे से याद है, हर दिन गिफ्ट सिटी को कितनी गलियां दी जाती थी अख़बारों में, प्रोजेक्ट शुरू होने के पहले उसके ख़तम होने का ऐलान करते बड़े बड़े विद्वानों को हमने सुना था, और आज आप देखिये, खुद सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज को झक मारके भारतीय गिफ्ट सिटी में खूंटा गाड़ना पड़ रहा है.
एनीवे, कोई बात नहीं, देर से ही सही लेकिन दुरुस्त रूप में भारत आने के लिए SGX का स्वागत है.
आँखें खोलकर देखलीजिए दोस्तों, मोदी सर्कार कितनी कोशिशों में लगी है, यह बात और है, की मोदी जी को कोसने से लोगों को फुर्सत मिले तो वह उनके काम पर फोकस कर पाएं.
लेकिन मोदी जी की मेहनत से मोदी भक्तो का मुनाफा हो सके, इसलिए तो हमने बनाया है आत्मनिर्भर इन्वेस्टर कोर्स. पप्पू पुजारी लोग मोदी जी को गाली देते हैं, और साथ में मोदी जी का प्रसाद भी उड़ा रहे हैं.
मोदी जी की मेहनत से लगने वाले फलों पर सबसे पहला हक़ आपका है, अपना हक़ लेने के लिए आप तुरंत ज्वाइन कर लीजिये हमारा आत्मनिर्भर इन्वेस्टर कोर्स, जिसके बारे में समस्त जानकारी के लिए आप इसी वीडियो के डिस्क्रिप्शन बॉक्स में दी गयी लिंक पर क्लिक कीजिये.
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