भारत ने खड़ी कर ली संकट से सम्पदा
#RealQuickAnalysis #IndianExport #Modilatestnews
Rice exports to set new record this year
Exports of agri, processed food products up 14.7% to $11.65 billion in Apr-Oct
💥🔥📣आत्मनिर्भर इन्वेस्टर कोर्स को ज्वाइन करने के लिए आप इस लिंक 👉🏻 ( https://wa.me/917649046884 ) पर क्लिक करके व्हाट्सप्प/Whatsapp के जरिये हमारे साथ आसानी से संपर्क कर सकते हैं.धन्यवाद!!😊
Note - The video was created in the Software and includes a link to https://www.movavi.com/
Reference -
https://retail.economictimes.indiatimes.com/news/industry/exports-of-agri-processed-food-products-up-14-7-to-11-65-billion-in-apr-oct/87811074
https://www.deccanchronicle.com/business/market/191121/rice-exports-to-set-new-record-this-year.html
मोदी जी ने कल तीन कृषि कानून वापस ले लिए. इस दौरान हम बिलकुल भी निराश और हताश नहीं है, क्योकि लम्बी छलांग लगाने के लिए कभी कभी एक दो कदम पीछे भी हटना पड़ता है.
कृषि सुधार का जो आईडिया मोदी जी लेकर आये थे, सायद अभी उसका सही समय नहीं आया होगा, क्योकि जिस आईडिया का टाइम आ जाता है, उसे दुनिया की कोई तागत नहीं रोक पाती है. इसलिए कृषि सुधार कानूनों के लिए उपजाऊ भूमि तैयार करने का काम समय के मजबूत कंधो पर डाल दिया गया है.
इसलिए जितनी मजबूती से हम मोदी जी के साथ कल खड़े थे, उतने ही होंसले के साथ आज भी उनके साथ डंटे हुए हैं , आप में से जिस जिस को मोदी जी का साथ छोड़ना हो, उन्हें गरियाना हो. तो आप अपना निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र है. हम आपके विचारों का सम्मान करते हैं.
लेकिन दोस्तों, अब हम बात विचारों की नहीं आंकड़ों की करेंगे. क्योकि आ गया है, तरो ताज़ा डेटा.
आपको तो जानकारी होगी, की कोरोना क्राइसिस के चलते किल्लत के कारण दुनिया भर के देशो के चावल के गोदाम खाली हो गए, यही वह समय था, जब दुनिया में चावल का उत्पादन भी कम हो गया, इस प्रकार करेला नीम चढ़ गया.
लेकिन इसका डायरेक्ट एंड फ़ास्ट लाभ हुआ भारत, चीन समेत दुनिया के अन्य सभी देशो को अचानक से भारत का चावल हाई क्वालिटी लगने लगा और जहाँ तक भाव का सवाल है, इंडियन राइस की प्राइस तो पहले से सस्ती थी ही, इसलिए लगभग सभी देशो ने भारत का चावल भर भर के खरीदना चालू कर दिया.
परिणाम क्या निकला, भारत का चावल एक्सपोर्ट 9 मिलियन टन से 17 मिलियन टन यानि की जस्ट डबल हो गया. और तो और दोस्तों कहानी यही ख़तम नहीं हुई है.
जैसे जैसे दुनिया कोरोना क्राइसिस से बहार निकल रही है, भारतीय चावल की डिमांड और भी बढ़ रही है, यही देखने को मिला जब, इस साल अप्रैल से अक्टूबर के बीच चावल एक्सपोर्ट में दस प्रतिशत का उछाल दर्ज किया गया.
तभी तो अब इस बात की सम्भावना प्रबल हो गयी है, की पिछले वित्तीय वर्ष से बेहतर इस वर्ष भारत चावल एक्सपोर्ट का नया रिकॉर्ड बनाने जा रहा है. यह बात और है, की मोदी जी को किसान विरोधी बताने वाले लोग कभी भी इन आकंड़ो का प्रकाश नहीं फैलाएंगे. लेकिन जब यह ताबड़तोड़ एक्सपोर्ट हो रहा है, तो यह भी तय है, किसानो व्यापारिओं किसी को तो लाभ हो रहा होगा इसका,
यह आंकड़े जो हमने आपके साथ साझा किये हैं, वह कोई आसमान से तो नहीं टपके हैं, यदि आपको विस्वास ना हो, तो आप खुद गूगल सर्च करके दूध का दूध और पानी का पानी कर सकते हैं.
लेकिन हमेसा की तरह हमारा भारत में भरोसा अटल है, इसलिए देर सवेर मोदी जी के प्रयासों में सफलता के फल लगेंगे, ऐसी हमें आशा है.
वैसे भी मोदी जी की मेहनत के फलस्वरूप पिछले छह सालों में शेयर मार्किट की साइज तीन गुनी हो चुकी है, ठीक इसी प्रकार अगले दस सालों में मार्किट का आकर पांच गुना हो जायेगा. आज के अठारह हज़ार के लेवल से उठकर साल 2031 में निफ़्टी नव्वे हज़ार की हो जाएगी.
तभी तो हर गिरावट पर हम भारत में निवेश करने के लिए बिलकुल तैयार बैठे हैं. जैसे ही गिरावट के बाद मजबूती का संकेत मिलेगा, कैंडल चार्ट का आदेश मिलते ही, हम ETF और हाई क्वालिटी कंपनी के शेयर सस्ते दाम पर जमा करने के मौके तलासने बैठे हैं.
अब दोस्तों, आप सोच रहे होंगे, की निवेश के लिए कैंडल चार्ट पर जब मजबूती का संकेत आएगा, तो आपको पता कैसे लगेगा, आप कैसे हाई क्वालिटी माल के सस्ते दाम की पहचान कर पाएंगे.
तो दोस्तों, आप हमारे एक छोटे से सवाल का जवाव दीजिये, आखिर कब तक आप यूट्यूब टेलीग्राम इंस्टाग्राम पर टिप मांगते रहेंगे.
आपको टिप मांगने वाला नहीं, टिप देने वाला बनना है, पूछने वाला नही बताने वाला बनना है, दूसरों पर डिपेंडेंट नहीं आत्मनिर्भर बनना है. यदि आपको भारत में निवेश के मौके अपने दम पर पकड़ना है, तो आपका स्वागत है, भारत के सर्व श्रेष्ठ आत्मनिर्भर इन्वेस्टर कोर्स में. जिसके बारे में समस्त जानकारी व्हाट्सप्प पर प्राप्त करने के लिए आप इसी वीडियो के डिस्क्रिप्शन बॉक्स में दी गयी लिंक पर क्लिक कर सकते हैं.
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें