आम के आम और गुठलियों के भी दाम

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 GACL, GAIL sign pact to set up Rs 1,000-crore bioethanol plant in Gujarat

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Reference -

https://economictimes.indiatimes.com/industry/renewables/gacl-gail-sign-pact-to-set-up-rs-1000-crore-bioethanol-plant-in-gujarat/articleshow/88346098.cms?utm_source=contentofinterest&utm_medium=text&utm_campaign=cppst


आज हम लेकर आये हैं, एक ऐसा टॉपिक, जिसके बारे में आपको सुनकर पक्के से ख़ुशी होगी.


मोदी जी ने साल 2025 तक पेट्रोल में बीस फ़ीसदी इथेनॉल मिलाने का महत्वाकांछी लक्ष्या रखा हुआ है. ताकि खाड़ी के महगे कच्चे तेल पर हमारी निर्भरता ख़तम की जा सके. क्योकि इस निर्भरता के कारण खाड़ी के देश लगातार दशकों से हमारा शोषण कर रहे हैं.


जब भी कभी हम इथेनॉल की चर्चा करते हैं, तो हमारे ध्यान में आते हैं, गन्ना और शक्कर, लेकिन अब गैल और गुजरात alkalis एंड केमिकल मिलकर लगा रहे है, भारत का पहला लार्ज scale इथेनॉल प्रोडक्शन प्लांट, जिसमे गन्ने  का नहीं बल्कि मक्के का इस्तेमाल किया जायेगा.


एक हज़ार करोड़ के निवेश से लगाए जा रहे इस new प्लांट से प्रतिदिन पांच लाख लीटर इथेनॉल का प्रोडक्शन किया जायेगा. 


इथेनॉल एक तरफ, आम के आम और गुठलियों के दाम इसलिए हो जायेंगे, क्योकि  इस प्लांट से कॉर्न आयल का उत्पादन तो होगा ही होगा, साथ में प्रोटीन रिच एनिमल फीड का उत्पादन भी किया जायेगा. मतलब यह प्लांट गाड़ियों हमारे और जानवरों के सबके खाने के काम आने वाला है.


इस प्रकार कच्चे माल के रूप में इस्तेमाल किये जाने वाले कॉर्न की ऊर्जा का पूरा इस्तेमाल किया जायेगा इस प्लांट में. और यदि कभी कॉर्न की कमी हुई तो इस प्लांट में राइस हस्क का भी इस्तेमाल किया जा सकता है.


आप में से कई दर्शको ने कई बार चिंता जाहिर की थी, की इथेनॉल के बढ़ते हुए प्रोडक्शन के कारण कहीं महगी सक्कर हमारे लिए कड़वी न हो जाये.


लेकिन मोदी सर्कार ने हाल ही में इथेनॉल के प्रोडक्शन के लिए कॉर्न और राइस हस्क जैसे अन्य रॉ मटेरियल तक के इस्तेमाल की अनुमति दे दी है.


भारत सर्कार के द्वारा लिए गए इस निर्णय का ही परिणाम आज हमारे सामने है, जब गैल भारत की पहली इतनी बड़ी इथेनॉल की रिफाइनरी सेट अप कर रही है.


गेल हो या गुजरात alkalis एंड केमिकल हो, यह दोनों ही कम्पनिया बेहद अच्छी कंपनियां है, लेकिन ऐसी कंपनियों में निवेश करने का सही मौका पकड़ने के लिए आपको सीखनी होगी, कैंडल चार्ट को पड़ने की कला.


इसलिए यदि आप इथेनॉल क्रांति से मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो फंडामेंटल एंड टेक्निकल एनालिसिस में महारथी बनने के लिए आप शामिल हो जाएँ, भारत के सर्वशेष्ठ आत्मनिर्भर इन्वेस्टर कोर्स में.


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