भारत ने किये एक तीर से सौ शिकार

 

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Reliance to acquire UK's battery tech provider Faradion for £100 million

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Reference -

https://www.livemint.com/companies/news/reliance-new-energy-solar-ltd-to-acquire-uk-s-faradion-for-100-million-pounds-11640919980914.html
https://faradion.co.uk/technology-benefits/sustainable-technology/

जैसा की आपको पहले से पता होगा, मोबाइल से लेकर मोटर गाड़ी तक सभी में लिथियम आयन इलेक्ट्रिक बैटरी का उपयोग मुख्या रूप से इलेक्ट्रिसिटी स्टोरेज में किया जाता है.


लिथियम आयन बैटरी के साथ सबसे बड़ी दिक्कत यह है, की इसको बनाने में लगते हैं. लिथियम कोबाल्ट और निकल, जो की बड़ी मुश्किल से दुनिया में कहीं कहीं मिल पाते हैं.


चूँकि लिमिटेड सप्लाई के आगे लिथियम आयन बैटरी की डिमांड अनलिमिटेड है, इसलिए हाल के कुछ समय में लिथियम और कोबाल्ट की कीमते बहुत अधिक बढ़ गयी, जिस कारण बैटरी की कीमत कम करना छोड़िये, उल्टा बढ़ती ही चली जा रही है.


कहने की जरूरत नहीं है, लिथियम कोबाल्ट और निकल का बेतहासा दोहन करने से पर्यावरण को नुकसान होता है, और हमारे दुश्मन नंबर एक चीन ने भी लिथियम कोबाल्ट और निकल जैसी मेटल पर अपना एक छत्र राज्य कायम कर लिया है, क्योकि वह इन धातुओं से बनी बैटरी के माद्यम से पूरी दुनिया को अपने अंगूठे के नीचे कुचलने की फ़िराक़ में लगा हुआ है.


इलेक्ट्रिक बैटरी के मामले में चीन पर भारतीय निर्भरता को ख़तम करने की मांग आप सभी जोर शोर से उठाते भी रहे हैं.


इन सभी समस्याओ का एक ही झटके में, बोले तो एक तीर से सौ शिकार कर दिए हैं, रिलायंस ने.


क्योकि रिलायंस ने अपनी क्लीन एनर्जी कंपनी के माद्यम से खरीद ली है. ब्रिटैन की कंपनी Faradion . बोले तो अब ब्रिटिश Faradion भारतीय कंपनी बन गयी है.


अब आपका सवाल हो सकता है, की Faradion के पास ऐसा क्या है, तो दोस्तों, इस कंपनी के पास है, सोडियम आयन बैटरी बनाने की अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी. इसप्रकार अब यह टेक्नोलॉजी भारत को मिल गयी है.


सोडियम आयन बैटरी की खासियत यह है, की इसमें महगी और ना मिलने वाली धातुओं जैसे की लिथियम निकल और कोबाल्ट का इस्तेमाल नहीं किया जाता है, इसमें लगता है, सोडियम, जो की धरती पर भर भर के मिलता है.


जहाँ तक बैटरी की दक्षता का सवाल है, तो यह बैटरी लिथियम आयन बैटरी से किसी मायने में 19 नही है.


हम यहाँ पर यह नहीं कह रहे हैं, की सोडियम आयन बैटरी लिथियम आयन बैटरी को रिप्लेस कर देगी, हम सिर्फ यह कह रहे हैं, की अब हमारे पास लिथियम आयन बैटरी का एक बेहतर विकल्प आ गया है, जो की  लिथियम आयन बैटरी पर हमारी निर्भरता को कम करने वाला है. 


चूँकि रिलायंस ने Faradion को खरीद लिया है, इसलिए अब वह इस टेक्नोलॉजी को बड़ी स्केल पर इम्प्लीमेंट करेगी, वैसे भी रिलायंस को जाना ही जाता है, बड़ी स्केल पर तेजी से काम करने के लिए. और लगे हाथों मुकेश अम्बानी जी ने चीन की साजिस पर भी पानी फेर दिया है.


ब्रिटैन की कंपनी को मौके पर खरीदने के लिए रिलायंस को बहुत बहुत बधाई, हम उम्मीद करते हैं, की सोडियम आयन बैटरी का लाभ हम सभी भारतीय कस्टमर तक जल्द से जल्द पहुंचेगा. 


अब दोस्तों, जरा गौर से सुनियेगा, कल आत्मनिर्भर इन्वेस्टर कोर्स की फीस अपने आप पचास फ़ीसदी बढ़ जाएगी, इसलिए यदि आपको कोर्स ज्वाइन करना हो, तो देरी मत कीजियेगा, नहीं तो आपको देरी की कीमत चुकानी पड़ेगी.


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