भारतीय कोयले ने पेट्रोल डीजल को पछाड़ा


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Govt inaugurates India's first coal to methanol plant built by BHEL

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Reference -

https://www.business-standard.com/article/economy-policy/govt-inaugurates-india-s-first-coal-to-methanol-plant-built-by-bhel-122011500842_1.html

 जैसा की आपको सायद पता हो, की भारतीय कोयले के मुँह पर यह कालिख पुती हुई रहती है, की उसको जलाने से गर्मी और राख ज्यादा निकलती है.


इसी कारण भारत जो की दुनिया का एक प्रमुख कोयला उत्पादक देश है, उसे तक हर साल भर भर के कोयला विदेशो से इम्पोर्ट करना पड़ता है.


नजर बदलने से नज़ारे कैसे बदलते हैं, यह बात सिद्ध हो गयी अब, क्युकी भारत ने अधिक राख पैदा करने वाले भारतीय कोयले से भी मेथनॉल का उत्पादन चालू कर दिया है.


भेल ने हैदराबाद में कोल् टू मेथनॉल प्लांट बना कर खड़ा कर दिया है, और उसे अब राष्ट्र की सेवा में भी समर्पित कर दिया गया है.


दुनिया भर में जो अभी कोल् टू मेथनॉल प्लांट हैं, उनमे केवल उसी कोयले का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमे राख कम निकलती है, इसलिए भेल के सामने यह चैलेंज था, की आखिर वह कैसे अधिक राख वाले भारतीय कोयले से मेथनॉल का उत्पादन करे.


सालों के रिसर्च एंड डेवलपमेंट के बाद अब भारतीय कोयले से भी मेथनॉल का उत्पादन चालू हो गया है. इस प्रकार साफ़ है, की कमी हमारे कोयले में नहीं थी, बल्कि काले उन लोगों के दिल थे, जिन्होंने हमेसा भारतीय कोयले को दुत्कारा


मेथनॉल ऊर्जा के मामले में भले ही पेट्रोल डीज़ल से तुलना में थोड़ा कमजोर है, लेकिन कोयले से कई गुना बेहतर है, इसलिए कोयले को जलाने के बजाये मेथनॉल एक बेहतर विकल्प है.


और यह खाड़ी के कच्चे तेल पर हमारी निर्भरता को भी कम करने में मददगार साबित होता है, क्योकि हमारे पास कोयले की थोड़े कोई कमी है, कमी थी टेक्नोलॉजी की. तो वह भी अब हमारे पास आ गयी है.


अब देखना होगा, की भेल ने जो यह प्लांट खड़ा किया है, उसकी स्केल को नेशनल लेवल पर बढ़ाने में कितना समय लगता है, हमारी उम्मीद तो यही है, की नेक काम में अब और देरी नहीं करनी चाहिए.


देख लीजिये दोस्तों, मोदी जी चुपचाप खाड़ी के कच्चे तेल पर भारतीय निर्भरता को ख़तम करने की कोसिस में लगे हुए हैं, तो आप कब तक निवेश के मामले में बैंक, ब्रोकर, एजेंट, टीवी यूट्यूब टेलीग्राम इंस्टाग्राम के एक्सपर्ट पर निर्भर रहकर अपना शोषण करवाते रहेंगे.


निवेश के मामले में आत्मनिर्भर बनना विकल्प नहीं मजबूरी है, इसलिए आत्मनिर्भर इन्वेस्टर कोर्स को आप जीतनी जल्दी ज्वाइन करेंगे, उतने ज्यादा फायदे में रहेंगे.


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