टर्की चीन और अमेरिका तीनो की भोयें तनी

#RealQuickAnalysis #IsraelIndiaLatest #ModiLatestNews

Indian firm gets foothold in prized global ‘kamikaze’ and armed drones market

📣आत्मनिर्भर इन्वेस्टर कोर्स (Best Stock Market Course in India) को ज्वाइन करने के लिए  इस लिंक 👉🏻 ( https://atmanirbharinvestor.com/posts/5757903675736318467?hl=en ) पर क्लिक करके आप समस्त जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं.धन्यवाद!!😊
Note - The video was created in the Software and includes a link to https://www.movavi.com/
Reference -

https://theprint.in/defence/indian-firm-gets-foothold-in-prized-global-kamikaze-drones-market/806722/

https://www.livemint.com/companies/news/indian-conglomerate-lohia-acquires-israel-s-light-strong-1549982744029.html

https://www.lohiaaerospace.com/unmanned-applications/

सायद आपको जानकारी हो, वह आसमान में उड़ने वाले ड्रोन की ही तागत थी, जिसके बल पर अज़रबैजान ने अपने से बेहतर अर्मेनिआ की सेना को धुल चटाई. परिणाम स्वरुप सब कुछ लुटा कर होश में आते हुए अर्मेनिआ तक ने अब ड्रोन खरीदना चालू कर दिया है.




कहने का मतलब यह है, ड्रोन का इस्तेमाल तो जनाब बढ़ना ही बढ़ना है, लेकिन जब ड्रोन की डिमांड बढ़ेगी तो स्वाभाविक है, उसकी बॉडी और स्ट्रक्चर की डिमांड भी पक्के से बढ़ेगी.




दशकों से हम अभी भारतीय इसरायली टेक्नोलॉजी का लोहा मानते हुए आये हैं, लेकिन अब आप मानिये इंडियन कंपनियों का लोहा, क्योकि उत्तर प्रदेश के लोहिया ग्रुप ने साल 2019 में समय से पहले चुपचाप खरीद ली इसरायली कंपनी लाइट & स्ट्रांग.




इस प्रकार लोहिया ग्रुप के हाथो में आ गयी कमाल की इसरायली टेक्नोलॉजी, जिसके बल पर बनाये जाते हैं, ड्रोन की मैन बॉडी, और पंख इत्यादि.




इसे कहते हैं, दोस्तों, दबी में खेला करना. इसरायली कंपनी लाइट एंड स्ट्रांग पहले से ही कई इसरायली ड्रोन कंपनियों को माल सप्लाई करती है.  बोले तो धंधा चालू हालत में था, और अब उसकी कमान आ गयी भारत के हाथ में.




कमाल देखिये अब आप, इसरायली टेक्नोलॉजी के बल पर ड्रोन की बॉडी और स्ट्रक्चर अब बन रहे हैं, भारत में जी हाँ भारत में. 




कहने की जरूरत नहीं है, भारतीय सेना को भी बड़े पैमाने पर सस्ते ड्रोन चाहिए, जो की आराम से दुश्मन के सर के ऊपर भिनभिनाते रहें, और मौका पड़ने पर ड्रोन से बम में कन्वर्ट हो जाये. जब तक इनफार्मेशन चाहिए तक तक इनफार्मेशन लेते रहो, और जैसे ही हमला करना हो, इन ड्रोन से हमला भी करवा लो, एक तीर से अनेक शिकार.




मतलब साफ़ है, लोहिया एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा सप्लाई किये गए कॉम्पोनेन्ट इसराइल के साथ साथ इंडिया के भी काम आएंगे, और किसी को कुछ पता भी नहीं चलेगा. इस प्रकार लगे हाथो भारत बन गया ग्लोबल ड्रोन सप्लाई चैन का महत्वपूर्ण हिस्सा.




अब आप देखिये, कहाँ भारत सर्कार इसरायली सर्कार से हथियार खरीदते समय टेक्नोलॉजी की गुहार लगाती रहती थी, मोदी जी ने इंडियन डिफेंस इंडस्ट्री को प्राइवेट सेक्टर के लिए खोला तो परिणाम आपके सामने है, टेक्नोलॉजी छोड़िये भारतीय कंपनियों ने सीधी की सीधी पूरी की पूरी कंपनी ही खरीदना चालू कर दिया.




और हमें कोई बड़ा आश्चर्य नहीं होगा, यदि भविस्य में भारतीय कंपनियां डिफेंस कॉन्ट्रैक्ट के मामले में अमेरिकन और इसरायली कंपनियों को ना सिर्फ टक्कर देंगी, वल्कि जीत भी हांसिल करेंगी.




अब दोस्तों, आपको बताते हुए हमें ख़ुशी हो रही है, की आत्मनिर्भर इन्वेस्टर्स कल और आज मार्किट में गिरावट आने के पहले प्रॉफिट प्रोटेक्ट कर पाने में एक बार फिर सफल हुए, वह टीवी यूट्यूब ट्विटर टेलीग्राम इंस्टाग्राम पर अब बड़े बड़े एक्सपर्ट्स का मुँह नहीं देख रहे हैं, अपने घाटे के लिए दुनिया को दोष नहीं दे रहे हैं, खिसियानी बिल्ली की तरह खम्बा नहीं नोच रहे हैं.




पांच सौ साल पहले गोस्वामी तुलसीदास जी कह गए हैं, पराधीन सपनेउ सुख नाही, निर्भरता से पैदा होने वाले शोषण को ख़तम करने के लिए बन जाएँ आत्मनिर्भर इन्वेस्टर. अब जरा ध्यान से  सुनियेगा, जनवरी बैच में महज 18 सीटें बची है. इसलिए जल्दी से इसी वीडियो के डिस्क्रिप्शन बॉक्स में दी गयी लिंक पर क्लिक करके ज्वाइन कर लीजिये भारत का सर्वश्रेस्ठ स्टॉक मार्किट कोर्स.

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

हारी बाजी जीत गए मोदी जी

दर्द में हुई असली मर्द की पहचान

Well Done President Trump - America Stops WHO Funding!!