अमेरिकन कंपनी ने सुधारि अपनी बड़ी भूल
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Ford Motor says eyeing India as export base for electric vehicles
Note - The video was created in the Software and includes a link to https://www.movavi.com/
Reference -
https://www.livemint.com/companies/news/ford-motor-says-eyeing-india-as-export-base-for-electric-vehicles-11644582753352.html
आपको याद होगा और हम भी भूले नहीं हैं, पिछले साल अमेरिकन कंपनी फोर्ड ने ऐलान कर दिया, की वह भारत में अपने प्लांट पर शटर डाल रही है. प्रोडक्शन बंद खेल ख़तम.
तब फोर्ड के कंधो पर बन्दूक धरकर मोदी जी को खूब निशाना बनाया गया, मेक इन इंडिया का मखौल उड़ाया गया.
लेकिन एक तरफ अमेरिकन फोर्ड देश छोड़कर भाग रही थी, तो दूसरी तरफ कोरियाई किआ की कारें दबाके बिक रही थी.
कहने का मतलब यह है, की समस्या कंपनी की थी, देश की नहीं, यदि देश की प्रॉब्लम होती, तो फोर्ड और किआ दोनों को दिक्कत आनी चाहिए थी.
यहाँ तक फोर्ड का खुद का कहना था, की भारत में उसे लॉस हो रहा है, इसलिए घाटा खाते रहने से अच्छा है, की मुनाफे के धंधे पर फोकस किया जाये.
जो फोर्ड कुछ महीनो पहले देश छोड़कर भाग गयी थी, उसी फोर्ड ने चुपचाप मोदी सर्कार की इलेक्ट्रिक व्हीकल की PLI स्कीम के लिए अप्लाई कर दिया, और उसकी एप्लीकेशन approve भी हो गयी.
अब देखिए आप PLI स्कीम का कमाल, जिस फोर्ड ने भारत में पेट्रोल डीज़ल की कारें बनाने से मना कर दिया था, वही फोर्ड अब भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाकर लोकल और ग्लोबल सप्लाई को पूरा करेगी.
जी हाँ, फोर्ड मोटर्स भारत को इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लिए अपना एक्सपोर्ट बेस बनाने जा रही है, और उसके लिए जिस प्लांट को फोर्ड ने कुछ महीने पहले बंद करने का निर्णय लिया था, उसी प्लांट को खुला रखा जा रहा है.
आप स्वयं देख लीजिये, की कल जो फोर्ड मोटर्स लोटा बाल्टी लेकर देश छोड़कर भाग चुकी थी, आज वही फोर्ड भारत में अपना भविस्य गढ़ रही है, यह बात और है, की फोर्ड के देश छोड़ने पर जो लोग मोदी सर्कार को गरिया रहे थे, फोर्ड का नया निर्णय सुनकर उन्हें सांप सूंघ गया है.
एक तरफ फोर्ड लौटकर आ रही है, तो दूसरी तरफ टेक्सटाइल इंडस्ट्री में भी दबाकर हायरिंग चल रही है, उसका कारण यह है, अमेरिका और कनाडा से कपड़ों की भर भर के डिमांड आ रही है, सायद आपको याद हो, हमने इस घटनाक्रम को समय समय पर कवर भी किया है.
जिस सम्भावना को हम सभी ने कई महीनो पहले मिलकर तलाशा था, आज वही सम्भावना साकार रूप ले रही है, और साउथ इंडिया में रहने वाले कई भारतियों खासतौर पर महिलाओं को नया रोजगार भी मिल रहा है.
इसी बीच दोस्तों, मार्केट में जो कमजोरी का माहौल है, डरे और घबराये बिना हम उसे हमेसा की तरह एक सुनहरे अवसर के रूप में देखते हैं, वैसे भी Dow दादा डेड़ सौ साल पहले कह गए थे, की जब सब डरे हुए हों, तब अच्छा माल सस्ते दाम में खरीदना चाहिए, इसलिए आत्मनिर्भर इन्वेस्टर अभी डर खरीदने की कोसिस में लगे हुए हैं, ताकि कल वह लालच बेचकर प्रॉफिट बना सकें.
इसी वीडियो के डिस्क्रिप्शन बॉक्स में दी गयी लिंक पर क्लिक करके आप भी बन सकते हैं, एक आम इन्वेस्टर से आत्मनिर्भर इन्वेस्टर. धन्यवाद.
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