हौंडा और HPCL ने मचा दी ग्लोबल हलचल

Honda to install battery swapping stations at HPCL retail outlets

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कोई बहुत पुरानी बात नहीं थी, जब बड़ी बड़ी विदेशी कंपनियां अमेरिका और जापान में सबसे पहले अपने नए नए प्रोडक्ट को लांच किया करती थी, यहाँ तक की भारतीय कंपनियां तक विदेशो में लॉच करके ही प्रोडक्ट भारत में लेकर आती थी.


क्योकि पहले तो घर की मुर्गी दाल बराबर समझने वाले भारतीयों को विदेशी सामान भाता था, और साथ में कंपनियों को भी भारतीय मार्किट से ज्यादा विदेशी मार्किट लाभकारी प्रतीत होता था.


लेकिन वह दिन अब बीती बात हो चुके हैं, क्योकि जापानी कंपनी हौंडा ने अपनी बैटरी शेयरिंग सर्विस का ग्लोबल लांच भारत से ही शुरू किया है.


इस बैटरी शेयरिंग सर्विस के अंतर्गत हौंडा ने हाथ मिलाया है HPCL के साथ, HPCL जिसके पेट्रोल पंप पर हम सभी ने पेट्रोल डीज़ल भरवाया है, उसी जगह अब बैटरी शेयरिंग की सर्विस भी उपलब्ध कराएगा हौंडा.


इस सर्विस के अंतर्गत शुरुआत में फोकस किया जायेगा, थ्री व्हीलर्स पर, जो की डिस्चार्ज बैटरी के बदले फुल्ली charged बैटरी HPCL के पेट्रोल पंप से उठा पाएंगे.


इससे उनका चार्जिंग समय बचेगा, और चूँकि HPCL के पेट्रोल पंप आसानी से मिल जाते हैं, इसलिए बैटरी चेंज करने के लिए दूर दूर भटकना भी नहीं पड़ेगा. 


हौंडा की ही एक सहायक कंपनी हौंडा पावर पैक एनर्जी इंडिया साथ में इलेक्ट्रिक थ्री व्हीलर कंपनियों से भी बात कर रही है, ताकि उनके थ्री व्हीलर में हौंडा की पावर पैक बैटरी लगाई जा सके.


HPCL की मदद से जहाँ हौंडा को तेजी से आगे बढ़ाने में अपने बैटरी शेयरिंग सेण्टर जगह जगह खोलने में मदद मिलेगी, वहीँ HPCL भी चाहता है, की वह पेट्रोल डीज़ल बेचकर प्रदुषण फैलाती है, इस प्रकार से जो काला टीका उसके सर पर लगा हुआ है, वह भी मिट जायेगा. 


अगले बीस सालों में HPCL नेट जीरो होना चाहती है, जिसके अंतर्गत HPCL एक ऐसी कंपनी बनेंगी जिसका प्रदुषण फ़ैलाने में जीरो बोले तो ना के बराबर योगदान हो.


इस प्रकार आपको समझ आ गया होगा, की इस पुरे एग्रीमेंट में HPCL और हौंडा मिलकर एक और एक ग्यारह हो रहे हैं, और इसका लाभ मिलेगा अब भारतीयों को ही.


यदि यह बैटरी शेयरिंग as सर्विस का धंधा भारत में सफल हुआ तो हौंडा ने मन बना लिया है, की वह इस प्रोडक्ट को जापान अमेरिका समेत पूरी दुनिया में ले जाएगी, हर देश में विस्तार करेगी, वैसे भी बैटरी स्वैपिंग कहो, या बैटरी शेयरिंग कहो, यह एक ऐसी सुविधा है, जिसकी जरूरत तब तक पड़ेगी जब तक बैटरी को चार्ज करने में ना के बराबर समय ना लगे.


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