New Hydrogen Policy - हाइड्रोजन पालिसी से मचा हाहाकार
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Govt announces step one of National Hydrogen mission to boost green hydrogen, ammonia manufacturing
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जैसा की आपको सायद पता हो, मोदी सरकार ने नेशनल हाइड्रोजन मिशन पालिसी का फर्स्ट पार्ट अन्नोउंस कर दिया है.
यहाँ पर आप ध्यान दीजिये फर्स्ट पार्ट पर, जिसका मतलब यह है, की हाइड्रोजन पालिसी के कई पार्ट होंगे, तो सवाल उठता है, की आखिर मोदी सरकार एक बार में ही पूरी की पूरी पालिसी क्यों नहीं बता रही है.
तो दोस्तों, अब पहले की सरकारों का जमाना नहीं रहा, जब दस से पचास सालों तक पालिसी बनाकर काम ख़तम मान लिया जाता था, अब उद्देस्य पालिसी बनाना नहीं, बल्कि परिवर्तन लाना है, इसलिए जैसे जैसे नई नई जरूरत और पुरानी खामियां समझ आती रहेगी, वैसे भी हाइड्रोजन पालिसी में सुधार किया जाता रहेगा.
मोटे तौर पर इस हाइड्रोजन पालिसी के माध्यम से दो काम किये गए हैं, पहला यह है, की ग्रीन हाइड्रोजन और ग्रीन अमोनिया के उत्पादन के लिए जरूरी क्लीन एनर्जी मतलब सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा इत्यादि आसानी से सस्ते दाम पर पर्याप्त मात्रा में मिल पाए, इसके लिए तरह तरह की आर्थिक सुविधाएँ और सब्सिडी दी गयी है.
दूसरा, जिस ग्रीन अमोनिया का उत्पादन होगा, तो उसको बंदरगाहों पर स्टोर करने के लिए बंकर बनाने पर भी खासा ध्यान दिया गया है, ताकि ग्रीन अमोनिया को एक्सपोर्ट किया जा सके. इस प्रकार प्रोडक्शन चालू करने के पहले क्लीन एनर्जी सप्लाई और डिमांड करने के लिए एक्सपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा किया जा रहा है.
अब ऐसा नहीं होता, की पहले प्लांट सेट अप कर दो, और फिर बाद में जुगाड़ लगाओ, की भाई सप्लाई कहाँ से आएगी, और डिमांड कैसे पूरी होगी. इतिहास गवाह है, इसी हड़बड़ी में गड़बड़ी की भारी कीमत भारत ने चुकाई है पिछले सत्तर सालों में.
मोदी सरकार हाइड्रोजन पालिसी का पहला पार्ट तो अभी लेकर आयी है, लेकिन आपके ध्यान में होगा, हमने समय समय पर कवर किया है, की अम्बानी अडानी जैसी प्राइवेट कंपनियों से लेकर BPCL Gail NTPC तक की सरकारी कंपनियों सभी ने हाइड्रोजन पालिसी का लाभ उठाने के लिए पहले से ही लम्बी लाइन लगा ली है.
सबको पता है, की हाइड्रोजन ही फ्यूचर हैं, क्योकि साल 2030 तक भारत पचास लाख टन ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन करेगा, ताकि सस्ते और प्रदुषण मुक्त ऊर्जा श्रोत का एक अच्छा विकल्प हम सही के सामने मौजूद रहे.
देख लीजिये दोस्तों, हाइड्रोजन पालिसी तो सिर्फ एक उदहारण है, की किस प्रकार मोदी सरकार की नीतिओं का लाभ उठाने के लिए कंपनियों ने पहले से ही कतार लगा ली है. इसी प्रकार यदि मोदी जी की मेहनत से आपको मुनाफा कमाना है, तो अभी शेयर मार्किट में चल रहे शार्ट टर्म उथल पुथल को परे रखकर आपको medium एंड लॉन्ग टर्म के लिए भारत को अपना नजरिया बनाना चाहिए, यदि भारत के भविस्य पर आपको भरोसा है, और आपका भरोसा अटल है, तो आप सीख लीजिये फंडामेंटल और टेक्निकल एनालिसिस की कला, ताकि आप समय पर निवेश के सुनहरे मौके पकड़ पाएं.
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